मिर्जापुर जिले की ऐसी विधानसभा सीट, जहां से चुने गए विधायक बने मंत्री पर सपा का नहीं खुला अबतक...

Swati
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मिर्जापुर जिले की ऐसी विधानसभा सीट, जहां से चुने गए विधायक बने मंत्री पर सपा का नहीं खुला अबतक खाता
Feb 13th 2022, 10:14

मनीष सिंह,मिर्जापुर: यूपी के मिर्जापुर जिले में एक ऐसी विधानसभा सीट है, जहां से चुने गए ज्यादातर विधायकों को मंत्री बनने का सौभाग्य हासिल हुआ। इस सीट से कांग्रेस के बाद बीएसपी के ही खाते में ज्यादा चुनाव जीतने का रिकॉर्ड दर्ज है। बीजेपी का 'कमल' अभी तक केवल दो बार ही खिल सका है, वह भी ससुर और बहू के नाम। तो वहीं समाजवादी पार्टी का इस सीट से अभी तक खाता नहीं खुल सका है। इस सीट से चुने गए विधायक पंडित लोकपति त्रिपाठी, रुद्र प्रसाद सिंह, भागवत पाल सरकार में मंत्री तक बने। यहां जातिगत फैक्टर ही रहा जीत का फॉर्मूलाजिले की इस विधानसभा सीट का नाम है मझवां, इस विधानसभा का ज्यादातर इलाका गंगा के किनारे स्थित है। इसके एक तरफ वाराणसी तो दूसरी तरफ भदोही जिले की सीमा रेखा है। इस विधानसभा सीट में दलित, बिंद, मौर्या, मल्लाह, पाल के बाद ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है। 8 बार कांग्रेस ने जीता चुनाव इस विधानसभा से अभी तक कांग्रेस ने ही सबसे ज्यादा चुनाव जीते हैं। कांग्रेस ने 8 बार यहां से चुनाव जीता है, लेकिन 1985 के बाद क्षेत्रीय राजनीतिक दलों का उदय शुरू हुआ और जनता दल ने 1989 में कांग्रेस के 'विजय रथ' को रोक दिया और जनता दल से रुद्र प्रसाद सिंह उर्फ रुद्र बाबू विधायक बने। उसके बाद ऐसा सिलसिला शुरू हुआ कि कांग्रेस आज तक यहां से चुनाव नहीं जीत सकी। 5 बार जीती बीएसपी चुनाव, सपा को करना पड़ा दूसरे नम्बर पर संतोषकांग्रेस के बाद इस सीट से बीएसपी ने 5 बार यहां से चुनाव जीता है। जिसमें तीन बार डॉ रमेश बिंद यहां से विधायक बने, तो दो बार भागवत पाल विधायक चुने गए। इस पर आजतक समाजवादी पार्टी कोई चुनाव नहीं जीत सकी, ज्यादातर उसे दूसरे नम्बर पर ही संतोष करना पड़ा। ससुर और बहू ही मिलकर खिला सके बीजेपी का कमलबीजेपी की बात करें तो, बीजेपी यहां से मात्र 2 बार ही अपना कमल खिलाने में कामयाब हो सकी है, जिसका श्रेय, ससुर और बहू के ही नाम रहा। 1996 के उप चुनाव में बीजेपी के टिकट पर रामचंद्र मौर्या यहां से विधायक चुने गए तो 2017 में बीजेपी ने रामचंद्र मौर्या की बहू सुचिस्मिता मौर्या को टिकट और वह मोदी लहर में चुनाव जीत कर विधायक बन गईं। हालांकि इस बार सुचिस्मिता के टिकट कटने की चर्चा है। नामांकन शुरू लेकिन एसपी और बीजेपी की लिस्ट नहीं हुई जारी 2022 के चुनाव में बीएसपी ने पुष्पलता बिंद को टिकट दिया है। पुष्पलता पेशे से प्राथमिक स्कूल में टीचर रहे हरिशंकर बिंद की पत्नी है। तो वहीं बीजेपी और एसपी ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट नहीं जारी की है। हालांकि चर्चा यह है कि, एसपी से दामोदर मौर्या को टिकट मिला है। दामोदर पेशे से ठेकेदार और स्वामी प्रसाद मौर्या के अतिकारीबी माने जाते है तो कांग्रेस ने शिवशंकर चौबे को अपना उम्मीदवार बनाया है।

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