बसपा की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को किसानों और बेरोजगारों की आत्महत्या का मामला उठाते हुए सत्तारूढ़ भाजपा को कटघरे में खड़ा किया और कहा कि भाजपा के लोग अपनी संकीर्ण सोच व मानसिकता को त्याग दें, तभी देश का कुछ भला हो सकता है.

बसपा प्रमुख मायावती. (फोटो: पीटीआई)
उत्तर प्रदेश में चल रहे विधानसभा चुनावों के बीच रविवार को बसपा प्रमुख मायावती ने सत्तारूढ़ भाजपा पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया, 'कर्ज में डूबे एवं घुटकर जीवन जीने को मजबूर किसानों द्वारा आत्महत्या की खबरें विचलित करती हैं, किन्तु अब बेरोजगार युवाओं द्वारा भी आत्महत्या करने की विवशता ने राष्ट्रीय चिंता, बेचैनी व आक्रोश को और बढ़ा दिया है. फिर भी विकास व इंडिया शाइनिंग आदि जैसा भाजपा का दावा कितना उचित है.'
मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, 'साथ ही, भाजपा द्वारा संसद में भी बेरोजगारी की ज्वलंत राष्ट्रीय समस्या से इनकार करना इनकी यह गलत व अहंकारी सोच नहीं है तो और क्या है? कौन युवा बेरोजगारी का ताना व अपमान सहना चाहता है? भाजपा के लोग अपनी संकीर्ण सोच व मानसिकता को त्याग दें, तभी देश का कुछ भला संभव है.'
बसपा ने रविवार को विधानसभा चुनाव के सातवें चरण के लिए 47 उम्मीदवारों की ताजा सूची जारी की है. पार्टी ने इसकी जानकारी दी.
बसपा मुख्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार, रविवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सातवें चरण के 47 उम्मीदवारों की सूची जारी की गई. सातवें चरण में उत्तर प्रदेश के नौ जिलों के 54 विधानसभा क्षेत्रों में सात मार्च को मतदान होगा.
बसपा द्वारा जारी सूची में आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, मिर्जापुर और सोनभद्र जिलों के अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवार घोषित किए गए हैं.
बसपा ने उम्मीदवारों के चयन में अगड़ों, पिछड़ों के साथ ही अल्पसंख्यकों का संतुलन बिठाया है.
नोएडा: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के चुनाव के लिए मैदान में उतरने वाले उम्मीदवारों में से 114 आठवीं कक्षा तक पढ़े हैं, जबकि 12 ने खुद को 'निरक्षर' घोषित किया है.
चुनाव सुधारों की वकालत करने वाले समूहों उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट में कहा गया है कि 102 उम्मीदवार स्नातकोत्तर हैं, जबकि पीएचडी करने वाले छह प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में हैं.
यह रिपोर्ट दूसरे चरण का चुनाव लड़ने वाले 586 उम्मीदवारों में से 584 उम्मीदवारों के स्व-शपथ पत्रों के विश्लेषण पर आधारित है. रिपोर्ट में कहा गया है कि दो उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण नहीं किया जा सका, क्योंकि वे या तो सही से स्कैन नहीं किए गए थे या अधूरे थे.
विश्लेषण के अनुसार, 12 उम्मीदवार 'निरक्षर', 67 'साक्षर', 12 उम्मीदवारों ने कक्षा पांच और 35 ने कक्षा आठ पास की है, जबकि 58 प्रत्याशियों ने कक्षा 10 और 88 उम्मीदवारों ने कक्षा 12 पास की है.
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में 70 सीटों पर सोमवार को होने वाले मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है, जहां प्रदेश के 82 लाख से ज्यादा मतदाता कुल 632 प्रत्याशियों का राजनीतिक भविष्य तय करने के लिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सुरक्षा के कडे़ इंतजाम किए गए हैं.

एक वितरण केंद्र पर चुनाव अधिकारी मतदान सामग्री लेते हुए. (फोटो: पीटीआई)
उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि प्रदेश में सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे.
उन्होंने कहा, 'मेरा सभी मतदाताओं से विनम्र अनुरोध है कि प्रत्येक मतदाता अपने मत का इस्तेमाल अवश्य करे. लोकतंत्र में प्रत्येक मत अमूल्य है.'
सौजन्या ने बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर कोविड के मद्देनजर हैंड सैनिटाइजर और ईवीएम का प्रयोग करने के लिए दस्ताने दिए गए हैं, ताकि महामारी का प्रसार न हो. उन्होंने मतदाताओं से सामाजिक दूरी का पालन करने और मास्क पहनने जैसे कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाने की भी अपील की.
कोरोना महामारी की तीसरी लहर की गिरफ्त में रहे प्रदेश में शुरुआत में चुनाव प्रचार केवल जनसंपर्क तक ही सिमटा रहा, लेकिन राहत की बात यह है कि अब कोरोना मामलों की संख्या में गिरावट आ गई है.
करीब 21 साल पहले बने उत्तराखंड में पिछले चार विधानसभा चुनाव की तरह इस बार भी ज्यादातर सीटों पर कड़ा मुकाबला सत्ताधारी भाजपा और कांग्रेस में होना तय है. हालांकि, आम आदमी पार्टी ने 70 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारकर कई सीटों पर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने का प्रयास किया है.
इसके अलावा, क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टी उत्तराखंड क्रांति दल भी 48 सीटों पर चुनाव लडकर अपनी मौजूदगी दर्ज करवा रहा है. हरिद्वार और उधमसिंह नगर जैसे मैदानी इलाकों में बसपा और सपा ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
भाजपा की तरफ से पार्टी का दारोमदार मुख्य रूप से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कंधों पर है, जो पिछले एक पखवाड़े से पूरे प्रदेश का दौरा कर अपना पसीना बहा रहे हैं. खटीमा से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने का प्रयास कर रहे धामी का मुकाबला भुवन चंद्र कापड़ी से है, जो प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हैं.
दूसरी तरफ, कांग्रेस महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत इस बार लालकुआं से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जहां उनका मुकाबला भाजपा के मोहन बिष्ट के अलावा कांग्रेस की बागी प्रत्याशी संध्या डालाकोटी से भी है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक हरिद्वार शहर से जबकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल श्रीनगर गढ़वाल सीट से चुनावी मैदान में हैं. इसके अलावा आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार कर्नल अजय कोठियाल गंगोत्री सीट पर चुनावी ताल ठोंक रहे हैं.
रोचक तथ्य यह है कि पिछले 2017 के विधानसभा चुनाव में अप्रत्याशित रूप से 57 सीटें जीतकर ऐतिहासिक विजय हासिल करने वाली भाजपा के सामने चुनौती न केवल अपनी साख बचाने की है, बल्कि वह कांग्रेस के साथ एक कड़े मुकाबले में उलझी हुई है. राजनीति के जानकारों का मानना है कि चुनाव में बाजी किसी भी तरफ पलट सकती है.
प्रदेश में कुल मतदान केंद्रों की संख्या 8624 है. प्रदेश में सभी सुविधा युक्त आदर्श बूथों की संख्या 150 है, जबकि पूरी तरह महिलाओं की तैनाती वाले सखी बूथों की संख्या 100 है.
सबसे अधिक 1248 मतदाता वाला मतदेय स्थल हरिद्वार जिले के खानपुर विधानसभा सीट का नगला इमरती एवं उधम सिंह नगर जिले की जसपुर विधानसभा सीट का गढ़ी नेगी है, जबकि सबसे कम मतदाताओं की संख्या वाला मतदेय स्थल कोटद्वार विधानसभा सीट का ढिकाला बूथ है, जहां केवल 14 मतदाता हैं.
गोवा विधानसभा चुनाव
गोवा विधानसभा की 40 सीटों पर 301 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने के लिए सोमवार को मतदान होगा, जिसके लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं.

गोवा विधानसभा चुनाव से एक दिन पहले रविवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में मतदान सामग्री के साथ चुनाव अधिकारी. (फोटो: पीटीआई)
परंपरागत रूप से द्विध्रुवीय राजनीति वाले राज्य, गोवा में इस बार बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है, जहां आम आदमी पार्टी (आप), तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और अन्य छोटे दल राज्य के चुनावी परिदृश्य पर अपनी छाप छोड़ने की होड़ में हैं.
एक निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम के लिए मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर दस्ताने उपलब्ध कराए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि महिला मतदाताओं की सुविधा के लिए राज्य में 100 से अधिक महिला मतदान केंद्र बनाए गए हैं. चुनाव पर निगरानी रखने के लिए राज्य में 81 उड़न दस्ते सक्रिय हैं.
प्रमुख उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत (भाजपा), विपक्ष के नेता दिगंबर कामत (कांग्रेस), पूर्व मुख्यमंत्री चर्चिल अलेमाओ (टीएमसी), रवि नाइक (भाजपा), लक्ष्मीकांत पारसेकर (निर्दलीय), पूर्व उप मुख्यमंत्री विजय सरदेसाई (जीएफपी) सुदीन धवलीकर (एमजीपी), पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर और आप के मुख्यमंत्री चेहरा अमित पालेकर शामिल हैं.
मतदान के लिए 11 लाख से ज्यादा लोग पात्र हैं. मतगणना 10 मार्च को होगी.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कुणाल ने कहा कि राज्य में प्रति बूथ पात्र मतदाताओं की औसत संख्या 672 है, जो देश में सबसे कम है. उन्होंने कहा कि वास्को विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 35,139 योग्य मतदाता हैं, जबकि मोरमुगांव सीट पर सबसे कम 19,958 मतदाता हैं.
कांग्रेस और गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी ने चुनाव लड़ने के लिए महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के साथ गठजोड़ किया है.
शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने भी चुनाव पूर्व गठबंधन की घोषणा की थी, जबकि अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आप बिना किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ गठबंधन के चुनाव लड़ रही है.
रिवोल्यूशनरी गोअंस, गोएंचो स्वाभिमान पार्टी, जय महाभारत पार्टी और संभाजी ब्रिगेड के प्रत्याशियों के अलावा 68 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में हैं.
कुणाल ने कहा, 'हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि सभी उम्मीदवारों के लिए एक समान अवसर हो. हम मतदान अधिकारियों के जरिये तैयारियों पर भी नजर रख रहे हैं.'
कुल 105 महिला मतदान केंद्र हैं, जिन्हें 'पिंक बूथ' भी कहा जाता है. राज्य में 2017 के चुनाव के दौरान 82.56 प्रतिशत मतदान हुआ था. उस वक्त कांग्रेस ने 17 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा को 13 सीटें मिली थीं.
पंजाब विधानसभा चुनाव
पटियाला: कांग्रेस सांसद परनीत कौर बीते शनिवार को पटियाला में भाजपा की एक बैठक में शामिल हुईं और पंजाब विधानसभा चुनाव में अपने पति तथा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिए वोट मांगा.

(फोटो साभार: फेसबुक)
पिछले साल पंजाब प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवजोत सिंह सिद्धू के साथ कड़वाहट कारण कांग्रेस आलाकमान द्वारा मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद अमरिंदर सिंह ने नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) बनाई थी.
अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली पीएलसी, भाजपा और शिअद (संयुक्त) के साथ गठबंधन में राज्य विधानसभा चुनाव लड़ रही है. अमरिंदर पटियाला शहरी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं .
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह कांग्रेस छोड़ने के बाद पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) से अपने गृह क्षेत्र पटियाला शहरी सीट से फिर चुनाव मैदान में उतरे हैं और ऐसे में अपने पिता के लिए चुनाव प्रचार कर रहीं सिंह की बेटी जय इंदर कौर ने भरोसा जताया कि उनके पिता एक बार फिर विजय हासिल करेंगे.
दो बार मुख्यमंत्री रहे अमरिंदर सिंह और उनके परिवार की पटियाला निर्वाचन क्षेत्र में मजबूत पकड़ है. पटियाला के पूर्ववर्ती राजपरिवार के वंशज सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर 2002, 2007, 2012 और 2017 में पटियाला शहरी सीट से चुनाव जीता था.
कौर अपने पिता के लिए घर-घर जाकर प्रचार कर रही हैं. उन्होंने कहा, 'हम पटियाला में समग्र विकास के आधार पर वोट मांग रहे हैं.'
उन्होंने कहा, 'हमारा चुनाव प्रचार सही दिशा में जा रहा है. हम जहां कहीं जा रहे हैं, हमें अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. हम जीत हासिल करेंगे.' सिंह की बेटी ने कहा, 'हम घर-घर और बाजारों में जा रहे हैं तथा सभाएं आयोजित कर रहे हैं.'
कौर ने पिछले चुनाव में भी अपने पिता के लिए चुनाव प्रचार किया था. उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता भी उन्हें अपना पूरा समर्थन दे रहे हैं.
उन्होंने कहा, 'वे हमारा समर्थन कर रहे हैं और वे सभी जगह हमारे साथ जा रहे हैं. यह बहुत अच्छी स्थिति है.'
सिंह के खिलाफ कांग्रेस के विष्णु शर्मा, शिरोमणि अकाली दल के हरपाल जुनेजा और आम आदमी पार्टी के अजीत पाल सिंह कोहली मैदान में हैं. पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होगा और मतगणना 10 मार्च को होगी.
धुरी: पंजाब विधानसभा चुनाव में 'आम आदमी पार्टी' (आप) की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान ने लोगों से उनकी पार्टी के लिए मतदान करने की अपील की है.

भगवंत मान. (फोटो: पीटीआई)
उन्होंने धुरी सीट के बेनड़ा गांव से शनिवार को अपनी प्रचार मुहिम की शुरुआत की. प्रचार के दौरान एक नवोदित गायक ने मतदाताओं के लिए गीत गाकर 'आप' के लिए मतदान करने और राज्य को 'बचाने' की अपील की.
मान ने बेनड़ा गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, '20 फरवरी को झाड़ू को वोट देना. (ईवीएम पर) हमारा बटन तीसरे स्थान पर है, लेकिन हम पहले नंबर पर आएंगे.'
इसके बाद उन्होंने कुछ देर लोगों को संबोधित किया और काफिला दूसरे गांव की ओर चल पड़ा, जहां मान और पंजाबी फिल्म अभिनेता करमजीत अनमोल ने कवि संत राम उदासी का एक प्रसिद्ध गीत गाया और कहा, '10 मार्च को पंजाब में नया सूर्योदय होगा.' इस दौरान पंजाबी अभिनेता देव खरौड़ भी उनके साथ थे.
मान संगरूर जिले की धुरी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वह संगरूर संसदीय सीट से दो बार सांसद रहे हैं. मान को राज्य में अगली सरकार बनाने का भरोसा है और धुरी के भी कई निवासी 'आप' को एक मौका देने के लिए तैयार दिख रहे हैं.
धुरी सीट से कांग्रेस ने मौजूदा विधायक दलवीर सिंह गोल्डी और शिरोमणि अकाली दल ने प्रकाश चंद गर्ग को उम्मीदवार बनाया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)