दक्षिण-पूर्व जिले के जैतपुर थाना इलाके में एक सिपाही ने महिला जज के साथ बदतमीजी व गाली-गलौच की। महिला जज ने विरोध किया तो आरोपी हिंसक हो गया। महिला जज का आरोप है कि सिपाही शराब के नशे में था।
जैतपुर थाना पुलिस ने सिपाही के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। हालांकि उसे थाने से ही जमानत पर छोड़ दिया गया। दक्षिण-पूर्व जिला डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया गया है।
दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार, महिला जज अपने पति व बेटे के साथ तीन अप्रैल की शाम को यमुना घाट( कालिंदी कुंज) पर धार्मिक प्रक्रिया के लिए गई थीं। उन्होंने अपनी कार घाट के पास जैतपुर पुलिस चौकी के पास पार्क की थी।
कार पर जज का स्टीकर लगा हुआ था। जब वह धार्मिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद वापस लौटी तो एक सिपाही उनकी कार की वीडियो बना रहा था। महिला जज ने विरोध किया तो आरोपी सिपाही भड़क गया और बदतमीजी करने लगा।
आरोप है कि उसने महिला जज की भी वीडियो बनाई। सिपाही को हिंसक होते देख महिला जज अपने परिवार के साथ कार में बैठ गई और अंदर से खिड़कियां बंद कर लीं। इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना जैतपुर थानाध्यक्ष को दी। जब तक थाने से पुलिस मौके पर नहीं पहुंची तब तक महिला जज परिवार के साथ कार में बंधक बनीं रहीं।
पुलिस जिप्सी के आने पर जज बाहर निकलीं। बाहर निकलते ही सिपाही हिंसक हो गया। वह गाली-गलौच के अलावा मारने के लिए भागने लगा। मौके पर आए अन्य पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ा।
सिपाही की पहचान रविंद्र के रूप में हुई है। सिपाही के खिलाफ रास्ता रोकने, छेड़छाड़, जान से मारने की धमकी देने और घूरने का मामला दर्ज कर लिया गया है। सिपाही को गिरफ्तार कर लिया गया, हालांकि उसे थाने से ही जमानत पर रिहा कर दिया।
जैतपुर थाना पुलिस ने सिपाही के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। हालांकि उसे थाने से ही जमानत पर छोड़ दिया गया। दक्षिण-पूर्व जिला डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया गया है।
दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार, महिला जज अपने पति व बेटे के साथ तीन अप्रैल की शाम को यमुना घाट( कालिंदी कुंज) पर धार्मिक प्रक्रिया के लिए गई थीं। उन्होंने अपनी कार घाट के पास जैतपुर पुलिस चौकी के पास पार्क की थी।
कार पर जज का स्टीकर लगा हुआ था। जब वह धार्मिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद वापस लौटी तो एक सिपाही उनकी कार की वीडियो बना रहा था। महिला जज ने विरोध किया तो आरोपी सिपाही भड़क गया और बदतमीजी करने लगा।
आरोप है कि उसने महिला जज की भी वीडियो बनाई। सिपाही को हिंसक होते देख महिला जज अपने परिवार के साथ कार में बैठ गई और अंदर से खिड़कियां बंद कर लीं। इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना जैतपुर थानाध्यक्ष को दी। जब तक थाने से पुलिस मौके पर नहीं पहुंची तब तक महिला जज परिवार के साथ कार में बंधक बनीं रहीं।
पुलिस जिप्सी के आने पर जज बाहर निकलीं। बाहर निकलते ही सिपाही हिंसक हो गया। वह गाली-गलौच के अलावा मारने के लिए भागने लगा। मौके पर आए अन्य पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ा।
सिपाही की पहचान रविंद्र के रूप में हुई है। सिपाही के खिलाफ रास्ता रोकने, छेड़छाड़, जान से मारने की धमकी देने और घूरने का मामला दर्ज कर लिया गया है। सिपाही को गिरफ्तार कर लिया गया, हालांकि उसे थाने से ही जमानत पर रिहा कर दिया।