अभिनेत्री सोनम कपूर का कहना है कि पुरस्कारों के पीछे भागने की जगह उनका पूरा ध्यान उनके काम पर केंद्रित है। सोनम इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म ‘नीरजा’ को लेकर काफी उत्साहित हैं। ‘प्रेम रत्न धन पायो’ की अभिनेत्री को लगता है कि पुरस्कार के जरिए एक कलाकार के अभिनय को मान्यता जरूर मिलती है लेकिन उनके लिए कलात्मकता अधिक मायने रखती है।
सोनम ने कहा, ‘ मैं पुरस्कार के लिए काम नहीं करती..मैं कला के लिए काम करती हूं। अपने काम के जरिए जो पहचान मुझे मिली हैं मैं उससे संतुष्ट हूं। पुरस्कारों का अपना महत्व है क्योंकि इससे आपके काम को मान्यता मिलने के साथ आपको और बेहतर करने की प्रेरणा मिलती है । इससे आपके अंदर प्रतियोगिता की भावना भी पैदा होती है । ’ बॉलीवुड में महिलाओं के काम को पहचान और सम्मान देने के लिए एक नए पुरस्कार की शुरूआत करने की बात पर सोनम ने कहा, ‘ हां क्यों नहीं..। पर मुझे लगता है कि बॉलीवुड में ऐसे कई पुरस्कार पहले ही दिए जाते हैं। जहां तक महिलाओं का सवाल है तो इन तमाम पुरस्कारों के लिए उन्हें नामित जरूर किया जाना चाहिए। ’ सोनम ने यहां बॉलीवुड के पुरूष प्रधान होने की बात को मानते हुए इसमें धीरे धीरे आ रहे बदलावों को भी स्वीकारा।
सोनम ने कहा, ‘ मैं पुरस्कार के लिए काम नहीं करती..मैं कला के लिए काम करती हूं। अपने काम के जरिए जो पहचान मुझे मिली हैं मैं उससे संतुष्ट हूं। पुरस्कारों का अपना महत्व है क्योंकि इससे आपके काम को मान्यता मिलने के साथ आपको और बेहतर करने की प्रेरणा मिलती है । इससे आपके अंदर प्रतियोगिता की भावना भी पैदा होती है । ’ बॉलीवुड में महिलाओं के काम को पहचान और सम्मान देने के लिए एक नए पुरस्कार की शुरूआत करने की बात पर सोनम ने कहा, ‘ हां क्यों नहीं..। पर मुझे लगता है कि बॉलीवुड में ऐसे कई पुरस्कार पहले ही दिए जाते हैं। जहां तक महिलाओं का सवाल है तो इन तमाम पुरस्कारों के लिए उन्हें नामित जरूर किया जाना चाहिए। ’ सोनम ने यहां बॉलीवुड के पुरूष प्रधान होने की बात को मानते हुए इसमें धीरे धीरे आ रहे बदलावों को भी स्वीकारा।