भारतीय सेना के जवानों को फंसाने के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने हसीनाओं को मजबूत जाल सोशल मीडिया पर बुना हुआ है।
फर्जी आईडी बनाकर न सिर्फ जवानों को फंसाने का प्रयास किया जा रहा है, बल्कि हसीनाओं से बात करवाकर इनसे जानकारियां लीक कराई जा रही हैं।
हत्थे चढ़े एयर क्राफ्टमैन रंजीत के के के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था। फेसबुक पर रंजीत ने परेड करते हुए अपनी फोटो डाली हुई थी।
इसे देखकर दामिनी मैकनॉट नामक फर्जी आईडी से फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट भेजकर उसे फंसा लिया। मामले की छानबीन के लिए दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के साइबर मामलों के विशेष जानकार अधिकारियों की एक स्पेशल टीम का गठन किया गया है।
यह टीम टेक्निकल जांच करेगी। पुलिस को इस बात की पूरी आशंका है कि रंजीत की तरह कुछ और जवान भी पाकिस्तानी फर्जी हसीनाओं के जाल में फंसे होंगे।
फिलहाल पुलिस ने रंजीत का मोबाइल और उसका लैपटॉप अपने कब्जे में ले लिया है।
रंजीत के फेसबुक, जीमेल, स्काइप, वीचैट वाट्सऐप और अन्य खातों की छानबीन की जा रही है। मामले की छानबीन कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने हसीनाओं की टीम खड़ी की हुई है।
आईएसआई की हसीनाओँ की ये टीम अपनी अपनी मीठी-मीठी आवाज से सोशल मीडिया पर भारतीय सेना के जवानों का पूरा प्रयास करती हैं।
पुलिस की विशेष टीम इन फर्जी आईडी का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
आईएसआई की हसीनाओँ की ये टीम अपनी अपनी मीठी-मीठी आवाज से सोशल मीडिया पर भारतीय सेना के जवानों का पूरा प्रयास करती हैं।
पुलिस की विशेष टीम इन फर्जी आईडी का पता लगाने का प्रयास कर रही है।