दिल्ली पुलिस की पीसीआर वैन में तैनात पुलिसकर्मियों ने इंसानियत की मिसाल पेश की है। पुलिसकर्मियों के सहयोग से महिला ने
पीसीआर वैन में बच्चे को जन्म दिया।
अस्पताल में भर्ती जच्चा और बच्चा दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं। खास बात ये है कि महिला अपने घर पर अकेली थी और एंबुलेंस कि लिए कॉल किया था।
एंबुलेंस से पहले पीसीआर वैन मौके पर पहुंच गई थी। महिला व उसका परिवार पुलिसकर्मियों की दुआ देता हुआ थक नहीं रहा है। हालांकि शायद ऐसा पहली बार देखने व सुनने को मिला है कि महिला को डिलीवरी पेन की कॉल पर पीसीआर वैन गई है।
कॉल मिलते ही पीसीआर वैन जेबरा-68 को मौके पर भेजा गया। वैन पर सिपाही रविदत्त भारद्वाज, गनमैन दिलीप मीणा और नवीन तैनात थे।
जब काफी देर तक एंबुलेंस नहीं पहुंची तो पीसीआर वैन तके महिला अंतिम पत्नी ओमपाल (25) को उसकी बहन सीमा के साथ रावतुला राव अस्पताल ले जाने लगी। चालक जल्द पहुंचाने के लिए वैन को काफी तेजी से चलाने लगा
पीसीआर वैन में बच्चे को जन्म दिया।
अस्पताल में भर्ती जच्चा और बच्चा दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं। खास बात ये है कि महिला अपने घर पर अकेली थी और एंबुलेंस कि लिए कॉल किया था।
एंबुलेंस से पहले पीसीआर वैन मौके पर पहुंच गई थी। महिला व उसका परिवार पुलिसकर्मियों की दुआ देता हुआ थक नहीं रहा है। हालांकि शायद ऐसा पहली बार देखने व सुनने को मिला है कि महिला को डिलीवरी पेन की कॉल पर पीसीआर वैन गई है।
दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पीसीआर वैन (इनोवा) जेबरा-68 छावला थाने इलाके में तैनात थी। पीसीआर वैन को सोमवार सुबह करीब 6:13 बजे पपरावट गांव, नजफगढ़ से सूचना मिली कि महिला को डिलीवरी पेन हो रहा है, जल्द ही एंबुलेंस भिजवाई जाए।
कॉल मिलते ही पीसीआर वैन जेबरा-68 को मौके पर भेजा गया। वैन पर सिपाही रविदत्त भारद्वाज, गनमैन दिलीप मीणा और नवीन तैनात थे।
जब काफी देर तक एंबुलेंस नहीं पहुंची तो पीसीआर वैन तके महिला अंतिम पत्नी ओमपाल (25) को उसकी बहन सीमा के साथ रावतुला राव अस्पताल ले जाने लगी। चालक जल्द पहुंचाने के लिए वैन को काफी तेजी से चलाने लगा