एनसीआर और खासकर गौतमबुद्ध नगर के लिए बहुप्रतीक्षित जेवर एयरपोर्ट बनने की आस फिर जग गई है। प्राधिकरण के सूत्रों के मुताबिक जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट और आगरा डोमेस्टिक एयरपोर्ट के लिए राज्य सरकार की सैद्धांतिक सहमति मिल गई है। ऐसे में जल्द ही राज्य सरकार की ओर से नागरिक उड्डयन मंत्रालय (केंद्र सरकार) को पत्र लिखा जा सकता है।
दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के फ्लाइट ट्रैफिक बोझ को कम करने के लिए एनसीआर में दूसरे एयरपोर्ट की मांग लंबे समय से जारी है। इसके लिए� जेवर में करीब ढाई हजार एकड़ भूमि छोड़ी भी जा चुकी है।
केंद्र में नई सरकार बनने पर क्षेत्र के सांसद और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री डॉ महेश शर्मा ने इसके लिए प्रयास शुरू कर दिए थे। लगभग दो महीने से योजना की गेंद राज्य सरकार के पाले में आने के बाद से मामला अटका पड़ा हुआ था। सूत्रों के अनुसार इस दौरान प्रशासनिक स्तर पर मुख्यमंत्री को मनाने की कवायद चलती रही।
प्राधिकरण के सूत्रों के मुताबिक जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए राज्य सरकार की सैद्धांतिक सहमति मिल गई है। एक-दो दिनों में कैबिनेट बैठक में फैसला कर केंद्र सरकार को जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की पेशकश की जा सकती है।
जेवर में नया एयरपोर्ट बनने से नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, मथुरा-वृंदावन, आगरा आदि शहरों के निवासियों को गुड़गांव के पास स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। वहीं, पूर्वी और दक्षिणी दिल्ली निवासियों को भी एयरपोर्ट जाने में खासी राहत मिलेगी।
दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के फ्लाइट ट्रैफिक बोझ को कम करने के लिए एनसीआर में दूसरे एयरपोर्ट की मांग लंबे समय से जारी है। इसके लिए� जेवर में करीब ढाई हजार एकड़ भूमि छोड़ी भी जा चुकी है।
केंद्र में नई सरकार बनने पर क्षेत्र के सांसद और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री डॉ महेश शर्मा ने इसके लिए प्रयास शुरू कर दिए थे। लगभग दो महीने से योजना की गेंद राज्य सरकार के पाले में आने के बाद से मामला अटका पड़ा हुआ था। सूत्रों के अनुसार इस दौरान प्रशासनिक स्तर पर मुख्यमंत्री को मनाने की कवायद चलती रही।
प्राधिकरण के सूत्रों के मुताबिक जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए राज्य सरकार की सैद्धांतिक सहमति मिल गई है। एक-दो दिनों में कैबिनेट बैठक में फैसला कर केंद्र सरकार को जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की पेशकश की जा सकती है।
जेवर में नया एयरपोर्ट बनने से नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, मथुरा-वृंदावन, आगरा आदि शहरों के निवासियों को गुड़गांव के पास स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। वहीं, पूर्वी और दक्षिणी दिल्ली निवासियों को भी एयरपोर्ट जाने में खासी राहत मिलेगी।
