पुलिस ने कुछ ही घंटों में उसे वैरीफाई कर लिया। इसके लिए उसने पंजाब पुलिस को धन्यवाद भी किया। कश्मीरी इंजीनियर ने कहा कि वह भौचक रह गया था, जब उसकी फोटो आतंकवादी के रूप में व्हाट्सएप पर वायरल कर दी गई।
उसे लगता था कि अब उसकी पूरी जिंदगी जेल में कटेगी, लेकिन पुलिस की कोशिशों के चलते वह आजाद हो पाया है।कश्मीर निवासी इंजीनियर अहमद सरफराज खाद खुद ही माडल टाउन थाने में पेश हुआ, जिसके बाद पुलिस ने सारा मामला साफ कर दिया।
सरफराज ये कहते हैं कि जिन लोगों ने उसकी तस्वीर व्हाट्सएप्प पर डालकर झूठी अफवाह फैलाई, उनके खिलाफ साइबर क्राइम का मामला दर्ज होना चाहिए।
उसे अपने बेगुनाह होने पर यकीं था, वह खुद थाने आया, अगर उसकी जगह कोई आम इंसान होता तो उस पर क्या बीतती, इसलिए ऐसीं अफवाहे फैलाने वाले लोगों पर सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए।
गौरतलब है कि जालंधर में घूम रहे सरफराज की फोटो खींचकर किसी जालंधर के व्यक्ति ने व्हाट्सएप्प पर वायरल कर दी थी कि यह आतंकवादी है और जालंधर में घूम रहा है, जिसके बाद सरफराज को इस बात का पता लगते ही उसने पुलिस की मदद ली।