15 साल की एक लड़की के लिए उसके सगे दीदी-जीजा ही दुश्मन बन गए। अजनबियों के हाथों उसकी आबरू का सौदा कर दिया। इस घिनौनी करतूत में में दीदी का देवर भी शामिल रहा।
उसे कपडे़ खरीदने के बहाने शहर लाकर फोर व्हीलर गाड़ी में तीन लोगों के हवाले कर दिया गया। उन तीनों ने कानपुर ले जाकर किशोरी के साथ बलात्कार किया।
किसी तरह दरिंदों के चंगुल से छूटकर वह इलाहाबाद लौटी तो अपनी मां को फोनकर बुलाया। मां-बेटी ने एसएसपी से मिलकर दुखड़ा रोया तो कौंधियारा थाने में दीदी-जीजा और देवर तथा तीन अज्ञात के खिलाफ केस लिखा गया। देवर को गिरफ्तार कर लिया गया। बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है।
रीना (नाम काल्पनिक) जारी इलाके की रहने वाली है। उसकी बड़ी बहन का ब्याह भी उसी इलाके के एक गांव में हुआ है। वह अक्सर अपनी बहन के पास जाकर रहती है। रीना का आरोप है कि दो जुलाई को दीदी-जीजा उसे नए कपड़े दिलाने की बात कहकर शहर ले आए। बहन का देवर भी साथ आया।
फिर उन्होंने उसे एक फोर व्हीलर गाड़ी में यह कहकर बैठा दिया कि वे सभी घूमने चलेंगे। मगर उसे गाड़ी में बैठाकर दीदी-जीजा और देवर झांसा देकर चले गए। गाड़ी में तीन लोग मौजूद थे। वे उसे कानपुर ले गए। रास्ते में उन लोगों ने कहा कि दीदी-जीजा ने उसे बेच दिया है। उसे कानपुर ले जाकर दुराचार किया गया।
किसी तरह उनकी कैद से छुटकारा पाकर वह कानपुर से फतेहपुर पहुंची। फिर वहां से बस के जरिए इलाहाबाद में सिविल लाइंस बस अड्डे आ गई। यहां से फोनकर उसने अपनी मां को बुला लिया।
मां-बेटी ने एसएसपी के सामने जाकर शिकायत की तो कौंधियारा थाने की पुलिस को मुकदमा लिखने का आदेश हुआ। पुलिस ने एफआईआर लिखकर किशोरी की दीदी के देवर को गिरफ्तार कर लिया। एसओ कौंधियारा धमेंद्र कुमार ने बताया कि बयान दर्ज कराकर लड़की को डफरिन में चेकअप के लिए भेजा गया है।
उसे कपडे़ खरीदने के बहाने शहर लाकर फोर व्हीलर गाड़ी में तीन लोगों के हवाले कर दिया गया। उन तीनों ने कानपुर ले जाकर किशोरी के साथ बलात्कार किया।
किसी तरह दरिंदों के चंगुल से छूटकर वह इलाहाबाद लौटी तो अपनी मां को फोनकर बुलाया। मां-बेटी ने एसएसपी से मिलकर दुखड़ा रोया तो कौंधियारा थाने में दीदी-जीजा और देवर तथा तीन अज्ञात के खिलाफ केस लिखा गया। देवर को गिरफ्तार कर लिया गया। बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है।
रीना (नाम काल्पनिक) जारी इलाके की रहने वाली है। उसकी बड़ी बहन का ब्याह भी उसी इलाके के एक गांव में हुआ है। वह अक्सर अपनी बहन के पास जाकर रहती है। रीना का आरोप है कि दो जुलाई को दीदी-जीजा उसे नए कपड़े दिलाने की बात कहकर शहर ले आए। बहन का देवर भी साथ आया।
फिर उन्होंने उसे एक फोर व्हीलर गाड़ी में यह कहकर बैठा दिया कि वे सभी घूमने चलेंगे। मगर उसे गाड़ी में बैठाकर दीदी-जीजा और देवर झांसा देकर चले गए। गाड़ी में तीन लोग मौजूद थे। वे उसे कानपुर ले गए। रास्ते में उन लोगों ने कहा कि दीदी-जीजा ने उसे बेच दिया है। उसे कानपुर ले जाकर दुराचार किया गया।
किसी तरह उनकी कैद से छुटकारा पाकर वह कानपुर से फतेहपुर पहुंची। फिर वहां से बस के जरिए इलाहाबाद में सिविल लाइंस बस अड्डे आ गई। यहां से फोनकर उसने अपनी मां को बुला लिया।
मां-बेटी ने एसएसपी के सामने जाकर शिकायत की तो कौंधियारा थाने की पुलिस को मुकदमा लिखने का आदेश हुआ। पुलिस ने एफआईआर लिखकर किशोरी की दीदी के देवर को गिरफ्तार कर लिया। एसओ कौंधियारा धमेंद्र कुमार ने बताया कि बयान दर्ज कराकर लड़की को डफरिन में चेकअप के लिए भेजा गया है।