विगत दिनों दीनानगर थाने पर हुए आतंकी हमले के बाद दुकानों पर खुलेआम सेना की वर्दियां और अन्य सामान बिक रहा है। जिला प्रशासन इससे अवैध कारोबार से अनजान बना है। डीसी का कहना है कि दुकानदारों को सेना की वर्दियां और अन्य सामान दुकान से हटाने के आदेश दिए गए हैं। आदेश न मानने वाले दुकानदार के खिलाफ केस दर्ज कराया जाएगा।
भारतीय सेना की वर्दी में आए पाकिस्तानी आतंकियों ने दीनानगर थाने पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी और थाने में मौजूद पुलिस कर्मचारियों पर गोलियां दागनी शुरू कर दी। आतंकियों से मोर्चा लेने में एसपी बलजीत सिंह समेत पुलिस के कई जवान शहीद हुए।
गत वर्ष पहले जेएंडके के जिला कठुआ में पड़ते थाना राजबाग पर भी आतंकियों ने सेना की वर्दी में हमला किया था। इस हमले में कई लोगों की जान गई थी।
डीसी पठानकोट ने सभी दुकानदारों को हिदायतें दी है, कि वह अपनी दुकानों के बाहर सेना की वर्दी न लगाए। बावजूद इसके दुकानदार वर्दियां और अन्य सैनिक सामान बेच रहे हैं। प्रशासन दुकानदारों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा।
पठानकोट की रेलवे रोड पर दुकानों से सेना की वर्दी से लेकर सेना का प्रत्येक सामान बड़ी आसानी के साथ खरीदा जा सकता है। दुकानदारों बिना पहचान पत्र के ही सेना की वर्दी और अन्य सामान बेच रहे हैं।
डिप्टी कमिशभनर सुखविंद्र सिंह का कहना है कि उन्होंने सेना का सामान न बेचने के आदेश दिए थे। बावजूद इसके दुकानदारसेना का सामान बेच रहे है। उन्होंने एसएसपी पठानकोट को आदेश दे दिए है, कि जिन दुकानदारों ने अपनी दुकानों के बाहर आर्मी की वर्दियां व अन्य सामान लगाया हुआ है, हटाया जाए। अगर कोई दुकानदार ऐसा नहीं करता है, तो उसके खिलाफ क्रिमिनल केस डाल कर उसके सामान को जब्त किया जाए।
भारतीय सेना की वर्दी में आए पाकिस्तानी आतंकियों ने दीनानगर थाने पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी और थाने में मौजूद पुलिस कर्मचारियों पर गोलियां दागनी शुरू कर दी। आतंकियों से मोर्चा लेने में एसपी बलजीत सिंह समेत पुलिस के कई जवान शहीद हुए।
गत वर्ष पहले जेएंडके के जिला कठुआ में पड़ते थाना राजबाग पर भी आतंकियों ने सेना की वर्दी में हमला किया था। इस हमले में कई लोगों की जान गई थी।
डीसी पठानकोट ने सभी दुकानदारों को हिदायतें दी है, कि वह अपनी दुकानों के बाहर सेना की वर्दी न लगाए। बावजूद इसके दुकानदार वर्दियां और अन्य सैनिक सामान बेच रहे हैं। प्रशासन दुकानदारों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा।
पठानकोट की रेलवे रोड पर दुकानों से सेना की वर्दी से लेकर सेना का प्रत्येक सामान बड़ी आसानी के साथ खरीदा जा सकता है। दुकानदारों बिना पहचान पत्र के ही सेना की वर्दी और अन्य सामान बेच रहे हैं।
डिप्टी कमिशभनर सुखविंद्र सिंह का कहना है कि उन्होंने सेना का सामान न बेचने के आदेश दिए थे। बावजूद इसके दुकानदारसेना का सामान बेच रहे है। उन्होंने एसएसपी पठानकोट को आदेश दे दिए है, कि जिन दुकानदारों ने अपनी दुकानों के बाहर आर्मी की वर्दियां व अन्य सामान लगाया हुआ है, हटाया जाए। अगर कोई दुकानदार ऐसा नहीं करता है, तो उसके खिलाफ क्रिमिनल केस डाल कर उसके सामान को जब्त किया जाए।