पुलिस ने किडनी बेचने वाले अंतराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर इसके चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनकी गिरफ्तारी के साथ ही रैकेट में जालंधर के दो ब़ड़े अस्पतालों के शामिल होने का भी खुलासा हुआ है। पुलिस ने सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया जहां से उन्हें तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
थाना नंबर 7� के एसएचओ नवदीप सिंह ने बताया कि पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर गिरोह के चारों आरोपियों को पिम्स के सामने स्थित एक होटल के बाहर से गिरफ्तार किया गया। ये सभी तीन दिन से यहां रुके हुए थे। आरोपियों में हरियाणा के फरीदाबाद निवासी जुनैद अहमद खान, कुलदीप कुमार, यूपी के लखनऊ निवासी साबुर अहमद खान और वरदान शामिल हैं।
जुनैद गिरोह का सरगना है और कुलदीप व साबुर अहमद इस काम में उसकी मदद करते हैं। ये तीनों वरदान को अपने जाल में फांसकर लखनऊ से जालंधर लेकर आए थे जहां उसकी किडनी आगे बेची जानी थी। बता दें कि इससे पहले भी जालंधर में किडनी खरीद-फरोख्त के कारोबार में कई डॉक्टरों को जेल की हवा खानी पड़ चुकी है।
आरोपी जुनैद अहमद खान ने पूछताछ में बताया है कि साबुर अहमद खान और कुलदीप कुमार लोगों को पैसों का लालच देकर किडनी ले लेते थे फिर वही किडनी मोटी रकम पर किसी जरूरतमंद व्यक्ति को बेच देते थे। किडनी लेने और बेचने वाले व्यक्ति के जाली दस्तावेज तैयार किए जाते थे।
----------------------------
उठ रहे सवाल
पंजाब के कौन से अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट हो रही है
गिरोह के रैकेट में कौन से डॉक्टर शामिल हैं
किडनी खरीदने वाले लोग कौन हैं
-----------------------------
ये सामान बरामद
पुलिस ने आरोपियों से लैपटॉप, एचडीएफसी बैंक की उत्तर प्रदेश और जालंधर ब्रांच की पासबुक, एचडीएफसी बैंक के दो एटीएम कार्ड, आईसीआईसीआई बैंक का एक एटीएम कार्ड, एक पैन कार्ड, एक लाइसेंस, एचडीएफसी बैंक चेक बुक,� एक फर्जी वोटर कार्ड और फर्जी आधार कार्ड आदि बरामद किया गया। किडनी ट्रांसप्लांट करवाने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया जाता था।
दो बड़े अस्पतालों से जुड़े तार
अब तक की पूछताछ में सामने आया है कि गिरोह के जालंधर के दो बड़े अस्पतालों से जुड़े हैं। आरोपी जुनैद हाल ही में यहां श्रीनगर के एक व्यक्ति को 17.50 लाख में अपनी किडनी बेच चुका है।�
थाना नंबर 7� के एसएचओ नवदीप सिंह ने बताया कि पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर गिरोह के चारों आरोपियों को पिम्स के सामने स्थित एक होटल के बाहर से गिरफ्तार किया गया। ये सभी तीन दिन से यहां रुके हुए थे। आरोपियों में हरियाणा के फरीदाबाद निवासी जुनैद अहमद खान, कुलदीप कुमार, यूपी के लखनऊ निवासी साबुर अहमद खान और वरदान शामिल हैं।
जुनैद गिरोह का सरगना है और कुलदीप व साबुर अहमद इस काम में उसकी मदद करते हैं। ये तीनों वरदान को अपने जाल में फांसकर लखनऊ से जालंधर लेकर आए थे जहां उसकी किडनी आगे बेची जानी थी। बता दें कि इससे पहले भी जालंधर में किडनी खरीद-फरोख्त के कारोबार में कई डॉक्टरों को जेल की हवा खानी पड़ चुकी है।
आरोपी जुनैद अहमद खान ने पूछताछ में बताया है कि साबुर अहमद खान और कुलदीप कुमार लोगों को पैसों का लालच देकर किडनी ले लेते थे फिर वही किडनी मोटी रकम पर किसी जरूरतमंद व्यक्ति को बेच देते थे। किडनी लेने और बेचने वाले व्यक्ति के जाली दस्तावेज तैयार किए जाते थे।
----------------------------
उठ रहे सवाल
पंजाब के कौन से अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट हो रही है
गिरोह के रैकेट में कौन से डॉक्टर शामिल हैं
किडनी खरीदने वाले लोग कौन हैं
-----------------------------
ये सामान बरामद
पुलिस ने आरोपियों से लैपटॉप, एचडीएफसी बैंक की उत्तर प्रदेश और जालंधर ब्रांच की पासबुक, एचडीएफसी बैंक के दो एटीएम कार्ड, आईसीआईसीआई बैंक का एक एटीएम कार्ड, एक पैन कार्ड, एक लाइसेंस, एचडीएफसी बैंक चेक बुक,� एक फर्जी वोटर कार्ड और फर्जी आधार कार्ड आदि बरामद किया गया। किडनी ट्रांसप्लांट करवाने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया जाता था।
दो बड़े अस्पतालों से जुड़े तार
अब तक की पूछताछ में सामने आया है कि गिरोह के जालंधर के दो बड़े अस्पतालों से जुड़े हैं। आरोपी जुनैद हाल ही में यहां श्रीनगर के एक व्यक्ति को 17.50 लाख में अपनी किडनी बेच चुका है।�