पुलिस ने कासना के गामा-वन सेक्टर की ऑफिसर्स कॉलोनी में रहने वाले ‘माई स्पाइस कैफे’ रेस्त्रां संचालक अविनाश कुमार को हिरासत में लेकर उसके कब्जे से तीन बच्चों को मुक्त कराया। जबकि उसका दामाद मुकेश राजपूत फरार है।
आरोपी बच्चों से घरेलू काम कराते थे। इंकार करने पर वे प्लास से बच्चों के नाखून नोंचकर उन्हें करंट के झटके देते थे। इतना ही नहीं आरोपी संचालक अपने रेस्त्रां में नाइजीरियन ग्राहकों को कुत्ते का मीट परोसते थे।
वह बच्चों से ही जबरदस्ती कुत्तों को कटवाते और बनवाते थे। पुलिस ने घर से पांच कुत्तों को भी मुक्त कराया है। मामला दर्ज करके बच्चों को चाइल्ड लाइन संस्था में भेज दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, झारखंड निवासी पांच से आठ साल के तीन बच्चों को उनका एक रिश्तेदार किसी परिचित के घर करीब आठ माह पहले लेकर छोड़ गया था।
मगर उसने ‘माई स्पाइस कैफे’ मांसाहारी रेस्त्रां चलाने वाले अविनाश कुमार और उसके दामाद मुकेश राजपूत को उन्हें बेच दिया। कुछ दिन तो आरोपियों ने बच्चों को ठीक से रखा मगर बाद में खाना बनवाने और साफ-सफाई कराने के अलावा मीट आदि बनवाने का काम कराने लगे।
इंकार करने पर वे बच्चों को पीटते थे। आरोप है कि रेस्त्रां संचालक प्लास से बच्चों के नाखून तक उखाड़ लेते थे। किसी सामान के टुट जाने पर वे उन्हें बिजली के झटके तक देते थे।
बच्चों के हाथों पर करंट के झटके दिए जाने के निशान हैं। एक बच्चे के दोनों हाथ तो लगभग बेकार हो गए हैं। आरोपी बच्चों को कुत्तों को डालने वाला खाना देता था। कई बार तो उन्हें भूखा ही रखा जाता था।
बुधवार रात सबसे छोटे बच्चे को घर का दरवाजा खुला मिला तो वह भाग निकला। रोते हुए वह गामा-वन से जगत फार्म तक पहुंच गया। वहां अमृत प्लाजा के मालिक प्रवीण भाटी ने उससे पूछताछ की तो उसने सारी बात बताई।
प्रवीण भाटी बच्चे को लेकर थाने पहुंचे। पुलिस अधिकारियों ने बच्चे की हालत देखने के बाद आरोपी संचालक के घर पर छापा मारा। रात में बच्चा घर नहीं पहचान सका।
सुबह पुलिस फिर से बच्चे को लेकर गई। वहां से दो और बच्चों को मुक्त कराया गया। पुलिस ने तीनों बच्चों को चाइल्ड लाइन संस्था को सौंप दिया है। झारखंड में बच्चों के परिजनों को जानकारी दे दी गई है।
पुलिस ने जब घर की तलाशी ली तो पांच कुत्ते पिंजरे में बंद थे। एक पुलिसकर्मी ने बताया कि आरोपी ने दो कुत्ते संदूक में मारकर डाल रखे थे।
उनका एक मांसाहारी रेस्त्रां है, जिसमें कुछ नाइजीरियन आते हैं। वे कुत्ते के मांस को पसंद करते हैं। संचालक बच्चों से कुत्तों का मीट बनवाता था और ऐसा न करने पर उनको यातनाएं देता था। कच्चे मीट को पकाने के बाद रेस्त्रां पर ले जाकर रख देता था और जब भी विदेशी आते तो उन्हें परोस देता था।
एक आरोपी अविनाश कुमार को पुलिस ने घर से पकड़ लिया है जबकि मुकेश राजपूत फरार है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। बच्चों के साथ हुई इस तरह की अमानवीय घटना को देखते हुए गंभीर धाराओं में मामला दर्ज करके कठोर कार्रवाई की जाएगी।- संजय सिंह, एसपी
आरोपी बच्चों से घरेलू काम कराते थे। इंकार करने पर वे प्लास से बच्चों के नाखून नोंचकर उन्हें करंट के झटके देते थे। इतना ही नहीं आरोपी संचालक अपने रेस्त्रां में नाइजीरियन ग्राहकों को कुत्ते का मीट परोसते थे।
वह बच्चों से ही जबरदस्ती कुत्तों को कटवाते और बनवाते थे। पुलिस ने घर से पांच कुत्तों को भी मुक्त कराया है। मामला दर्ज करके बच्चों को चाइल्ड लाइन संस्था में भेज दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, झारखंड निवासी पांच से आठ साल के तीन बच्चों को उनका एक रिश्तेदार किसी परिचित के घर करीब आठ माह पहले लेकर छोड़ गया था।
मगर उसने ‘माई स्पाइस कैफे’ मांसाहारी रेस्त्रां चलाने वाले अविनाश कुमार और उसके दामाद मुकेश राजपूत को उन्हें बेच दिया। कुछ दिन तो आरोपियों ने बच्चों को ठीक से रखा मगर बाद में खाना बनवाने और साफ-सफाई कराने के अलावा मीट आदि बनवाने का काम कराने लगे।
इंकार करने पर वे बच्चों को पीटते थे। आरोप है कि रेस्त्रां संचालक प्लास से बच्चों के नाखून तक उखाड़ लेते थे। किसी सामान के टुट जाने पर वे उन्हें बिजली के झटके तक देते थे।
बच्चों के हाथों पर करंट के झटके दिए जाने के निशान हैं। एक बच्चे के दोनों हाथ तो लगभग बेकार हो गए हैं। आरोपी बच्चों को कुत्तों को डालने वाला खाना देता था। कई बार तो उन्हें भूखा ही रखा जाता था।
बुधवार रात सबसे छोटे बच्चे को घर का दरवाजा खुला मिला तो वह भाग निकला। रोते हुए वह गामा-वन से जगत फार्म तक पहुंच गया। वहां अमृत प्लाजा के मालिक प्रवीण भाटी ने उससे पूछताछ की तो उसने सारी बात बताई।
प्रवीण भाटी बच्चे को लेकर थाने पहुंचे। पुलिस अधिकारियों ने बच्चे की हालत देखने के बाद आरोपी संचालक के घर पर छापा मारा। रात में बच्चा घर नहीं पहचान सका।
सुबह पुलिस फिर से बच्चे को लेकर गई। वहां से दो और बच्चों को मुक्त कराया गया। पुलिस ने तीनों बच्चों को चाइल्ड लाइन संस्था को सौंप दिया है। झारखंड में बच्चों के परिजनों को जानकारी दे दी गई है।
पुलिस ने जब घर की तलाशी ली तो पांच कुत्ते पिंजरे में बंद थे। एक पुलिसकर्मी ने बताया कि आरोपी ने दो कुत्ते संदूक में मारकर डाल रखे थे।
उनका एक मांसाहारी रेस्त्रां है, जिसमें कुछ नाइजीरियन आते हैं। वे कुत्ते के मांस को पसंद करते हैं। संचालक बच्चों से कुत्तों का मीट बनवाता था और ऐसा न करने पर उनको यातनाएं देता था। कच्चे मीट को पकाने के बाद रेस्त्रां पर ले जाकर रख देता था और जब भी विदेशी आते तो उन्हें परोस देता था।
एक आरोपी अविनाश कुमार को पुलिस ने घर से पकड़ लिया है जबकि मुकेश राजपूत फरार है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। बच्चों के साथ हुई इस तरह की अमानवीय घटना को देखते हुए गंभीर धाराओं में मामला दर्ज करके कठोर कार्रवाई की जाएगी।- संजय सिंह, एसपी