आम आदमी पार्टी (आप) के तिमारपुर विधायक पंकज पुष्कर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक दिलीप पांडेय पर परेशान करने का आरोप लगाया है।
पुष्कर की दलील है कि आम लोगों और उनके बीच संवाद का जरिया बना मोबाइल नंबर पार्टी ने बंद कर दिया। साथ ही बगैर उनकी जानकारी के विधान सभा कार्यालय में दूसरे लोगों की तैनाती कर दी।
दूसरी तरफ, इस बारे में पार्टी का कहना है कि पुष्कर पार्टी लाइन से हटकर बोलते रहे हैं। अगर उन्हें पार्टी व मुख्यमंत्री से कोई शिकायत है तो इस्तीफा देकर दोबारा चुनाव लड़ना चाहिए।
बेवजह पार्टी को बदनाम करना ठीक नहीं है। दरअसल, पुष्कर ने पार्टी लाइन से हटकर योगेंद्र यादव व प्रशांत भूषण का साथ दिया। दोनों नेताओं के पार्टी से निकाले जाने के बाद भी पुष्कर उनके स्वराज अभियान से जुड़ गए।
हालांकि, न तो उन्होंने अभी पार्टी से इस्तीफा दिया है, न ही पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया है। आप के सिंबल पर विधायक होने के बावजूद वह बगावती सुर उठाते रहे हैं।
इसी कड़ी में शुक्रवार को पुष्कर ने आरोप लगाया कि चुनाव से पहले पार्टी की तरफ से उनके लिए जारी किया गया हेल्प लाइन नंबर बंद कर दिया गया।
उनका कहना है कि यही नंबर आम लोगों के साथ संवाद का जरिया था। नंबर बंद करके पार्टी लोगों से उनका जुड़ाव तोड़ना चाहती है। उन्होंने कहा कि ये भी जानकारी मिल रही है कि पार्टी ने गलत तरीके से कुछ लोगों को उनके इलाके में काम करने की जिम्मेदारी दे रखी है।