विख्यात पंजाबी गायक धर्मप्रीत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ गई है। रिपोर्ट में मौत का असली सच चौंकाने वाला है। गौरतलब है कि गायक धर्मप्रीत की बीते दिनों बठिंडा स्थित अपने घर में डेड बॉडी मिली थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि धर्मप्रीत की मौत सांस घुटने के कारण हुई है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर माना जाए तो धर्मप्रीत की मौत पंखे के साथ फंदा लगाने से ही हुई। गायकी कैरियर के गिरते ग्राफ के चलते धर्मप्रीत मानसिक तनाव में थे, जिसके चलते उन्होंने ये कदम उठाया।
यहां ये भी ध्यान देने योग्य बात है कि आत्महत्या से पहले धर्मप्रीत गुरदासपुर के हरगोबिंदपुर में प्रोग्राम में गाकर आए थे। वहां से लौटते ही उन्होंने आत्महत्या कर ली। मामले की जांच जारी है।
धर्मप्रीत के नजदीकी लोग मानते हैं कि देखने से तो नहीं लगता था कि वह तनाव में हैं, लेकिन ये भी सच है कि उनकी गायकी को पिछले 10 साल में पहले की तरह कामयाबी हासिल नहीं हो रही थी।
लगातार 30 सुपरहिट म्यूजिक एल्बम देने वाले पंजाबी गायक की आत्महत्या के पीछे का असली सच चौंकाने वाला है।
ये पंजाबी गायक हैं धर्मप्रीत। अज्ज साडा दिल तोड़ता, दिल किसे होर दा, टूटे दिल नही जुड़दे आदि एक के बाद एक 30 सुपरहिट गीतों से उन्होंने लोगों के दिलों में पहचान बनाई थी। 2006 में आई एल्बम 'टूटियां तड़क करके' तो काफी कामयाब हुई
बताने योग्य है कि आज से लगभग 39 वर्ष पहले पिता जगरूप सिंह तथा माता बलवीर कौर के घर जन्मे धर्मप्रीत 4 बहन-भाइयों में दूसरे स्थान पर थे। बचपन में ही प्राइमरी स्कूल में पढ़ते बाल सभा में गीत गाता-गाता धर्मप्रीत अपने ताया गुरदेव सिंह कैंथ के साथ कविशरी वारें गाने लग पड़ा था।
गायकी में आए धर्मप्रीत पर सव्वली नजर 1997 में जब पंजाबी के प्रसिद्ध गीतकार भिन्द्र डबवाली की पड़ी तो पहली टेप ‘दिल नाल खेड़दी रहीं’ से धर्मप्रीत रातों-रात स्टार बन गया। इसके बाद ‘ऐना कदे वी नी रोया’, ‘टुट्टे दिल नी जुड़दे, अडि़ए तोड़ीं न’, ‘चुन्नियां नूं गोटे लगदे ने’, ‘अज्ज साडा दिल तोड़ता’ आदि सैड सांग्स का जादू दर्शकों पर सिर चढ़कर बोला।
1995 में गायकी शुरू करने वाले धर्मप्रीत ने 2006 तक करीब 30 सुपरहिट एल्बम निकाली। 2006 के बाद उनकी कोई एल्बम ज्यादा कामयाब न हो पाई। पहले जैसी सफलता न मिलने के कारण धर्मप्रीत ने ये जानलेवा कदम उठाया। उन्होंने तनाव के चलते घर पर फंदा लगा लिया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर माना जाए तो धर्मप्रीत की मौत पंखे के साथ फंदा लगाने से ही हुई। गायकी कैरियर के गिरते ग्राफ के चलते धर्मप्रीत मानसिक तनाव में थे, जिसके चलते उन्होंने ये कदम उठाया।
यहां ये भी ध्यान देने योग्य बात है कि आत्महत्या से पहले धर्मप्रीत गुरदासपुर के हरगोबिंदपुर में प्रोग्राम में गाकर आए थे। वहां से लौटते ही उन्होंने आत्महत्या कर ली। मामले की जांच जारी है।
धर्मप्रीत के नजदीकी लोग मानते हैं कि देखने से तो नहीं लगता था कि वह तनाव में हैं, लेकिन ये भी सच है कि उनकी गायकी को पिछले 10 साल में पहले की तरह कामयाबी हासिल नहीं हो रही थी।
लगातार 30 सुपरहिट म्यूजिक एल्बम देने वाले पंजाबी गायक की आत्महत्या के पीछे का असली सच चौंकाने वाला है।
ये पंजाबी गायक हैं धर्मप्रीत। अज्ज साडा दिल तोड़ता, दिल किसे होर दा, टूटे दिल नही जुड़दे आदि एक के बाद एक 30 सुपरहिट गीतों से उन्होंने लोगों के दिलों में पहचान बनाई थी। 2006 में आई एल्बम 'टूटियां तड़क करके' तो काफी कामयाब हुई
बताने योग्य है कि आज से लगभग 39 वर्ष पहले पिता जगरूप सिंह तथा माता बलवीर कौर के घर जन्मे धर्मप्रीत 4 बहन-भाइयों में दूसरे स्थान पर थे। बचपन में ही प्राइमरी स्कूल में पढ़ते बाल सभा में गीत गाता-गाता धर्मप्रीत अपने ताया गुरदेव सिंह कैंथ के साथ कविशरी वारें गाने लग पड़ा था।
गायकी में आए धर्मप्रीत पर सव्वली नजर 1997 में जब पंजाबी के प्रसिद्ध गीतकार भिन्द्र डबवाली की पड़ी तो पहली टेप ‘दिल नाल खेड़दी रहीं’ से धर्मप्रीत रातों-रात स्टार बन गया। इसके बाद ‘ऐना कदे वी नी रोया’, ‘टुट्टे दिल नी जुड़दे, अडि़ए तोड़ीं न’, ‘चुन्नियां नूं गोटे लगदे ने’, ‘अज्ज साडा दिल तोड़ता’ आदि सैड सांग्स का जादू दर्शकों पर सिर चढ़कर बोला।
1995 में गायकी शुरू करने वाले धर्मप्रीत ने 2006 तक करीब 30 सुपरहिट एल्बम निकाली। 2006 के बाद उनकी कोई एल्बम ज्यादा कामयाब न हो पाई। पहले जैसी सफलता न मिलने के कारण धर्मप्रीत ने ये जानलेवा कदम उठाया। उन्होंने तनाव के चलते घर पर फंदा लगा लिया।