रविदास मंदिर में लगेगा राजनेताओं का जमावड़ा, राहुल और प्रियंका बिताएंगे करीब सवा घंटे Feb 15th 2022, 06:06  अभिषेक कुमार झा, वाराणसी: धर्म की नगरी काशी में संत रविदास का एक ऐसा मंदिर है जिसे दूसरे गोल्डन टेंपल के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा 2 राज्यों में दलित वोटरों को साधने का भी यह एक बड़ा केंद्र रहा है। उत्तर प्रदेश और पंजाब में हो रहे विधानसभा चुनाव में दलितों को साधने के लिए राजनेताओं का यहां आना जाना लगा रहता है। ऐसे में इस बार संत शिरोमणि रविदास जी 654 वी जयंती पर भी राजनेताओं के आने का सिलसिला जारी है। पंजाब के सियासी हालातों में इस बार दलित वोटर पर सबकी नजर है। 20 फरवरी को होने वाले मतदान को देखते हुए पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के अलावा कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी इस बार यहां आ रहे हैं। इतना ही नहीं अखिलेश यादव के साथ जयंत चौधरी के भी आने की चर्चा है। सभी बड़े राजनेताओं को मंदिर प्रशासन की तरफ से आमंत्रण भेजा गया है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी संत रविदास की 654 वी जयंती पर वाराणसी आएंगे। इस दौरान उनके साथ सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भी मौजूद रहेंगे। हालांकि पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के कार्यालय से आने की हामी भर दी गई है लेकिन कोई आधिकारिक सूचना नहीं आई है। रविदास मंदिर में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मथा टेकने के साथ लंगर भी छकेंगे। साथ ही वहां पर आए हुए श्रद्धालुओं को संबोधित भी करेंगे। पंजाब की सियासत में दलित चेहरे के तौर पर स्थापित किए गए सीएम चन्नी के लिए इस बार दलित वोटरों को साथ लाना एक बड़ी चुनौती है इसे देखते हुए इस दौरे को मतदान के ठीक पहले बहुत अहम माना जा रहा है। अखिलेश, जयंत, संजय सिंह के साथ योगी भी आ सकते हैं मंदिर प्रशासन ने देश के तमाम शीर्ष राजनेताओं को पर आने का निमंत्रण भेजा है। इसमें अखिलेश यादव, जयंत चौधरी ,योगी आदित्यनाथ, आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल, चंद्रशेखर रावण और मायावती जैसे नेता शामिल हैं। साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रण भेजा गया है। इस बार की जयंती पर चुनावी मौसम में अखिलेश और जयंत के भी आने की सूचना है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी इस दौरान यहां संत रविदास के दर पर अपना शीश नवाएंगे। सीएम योगी के भी आने की सूचना है लेकिन अभी तक कोई अधिकारी प्रोटोकॉल मंदिर प्रशासन को उपलब्ध नहीं हुआ है। |