मुझे डोसा खिलाओ, केसीआर से ममता की डिमांड, 10 जनपथ की चाय से दूर नए महागठबंधन की तैयारी!

Swati
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मुझे डोसा खिलाओ, केसीआर से ममता की डिमांड, 10 जनपथ की चाय से दूर नए महागठबंधन की तैयारी!
Feb 15th 2022, 06:55

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने क्षेत्रीय पार्टियों के एमके स्टालिन और के चंद्रशेखर राव से भाजपा विरोधी गठबंधन को आगे बढ़ाने के लिए संपर्क किया है। उन्होंने कहा है कि वह देश के संघीय ढांचे को ध्वस्त होने से बचाने का प्रयास कर रही हैं। ममता ने यह भी कहा कि कोई भी क्षेत्रीय दल कांग्रेस के साथ नहीं जाना चाहता है। पश्चिम बंगाल में चार नगर निगमों के चुनावों में अपनी पार्टी टीएमसी की जीत के बाद उन्होंने सोमवार को कहा देश के संविधान को ध्वस्त किया जा रहा है। हम सभी को इसकी रक्षा के लिए एक साथ आने की जरूरत है। गोवा में गठबंधन बनाने को लेकर कांग्रेस से अलग होने के बाद विपक्षी दलों का गठबंधन बनाने की कोशिशें तेज करने वाली बनर्जी ने दावा किया कि कोई भी क्षेत्रीय संगठन मुख्य विपक्षी दल के साथ मैत्रीपूर्ण नहीं है। उद्धव ठाकरे से करेंगे मुलाकात ममता ने कहा कि कांग्रेस अपने रास्ते जा सकती है, हम अपने रास्ते जाएंगे। दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस तमिलनाडु में DMK की गठबंधन सहयोगी है। बनर्जी के एक कॉल के बाद, राव ने रविवार को कहा कि वह भाजपा के खिलाफ विभिन्न राजनीतिक दलों को एकजुट करने के प्रयासों के तहत जल्द ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और टीएमसी सुप्रीमो से मिलेंगे। राव ने कहा, 'ममता बहन ने मुझे फोन किया। हमने फोन पर चर्चा की। उन्होंने मुझे बंगाल बुलाया है या वह हैदराबाद आएगी। उन्होंने मुझे कहा कि डोसा खिलाओ। मैंने कहा कि आपका स्वागत है। वह कभी भी आ सकती है। हम चर्चा कर रहे हैं।' राज्यपालों के हस्तक्षेप को लेकर चर्चा चंद्रशेखर राव ने कहा कि देश भर में बहुत सारे राजनीतिक नेता हैं वे अभी भी एक गैर-भाजपा, गैर-कांग्रेसी मोर्चे के विचार पर विचार कर रहे हैं। बनर्जी और स्टालिन दोनों ही ऐसे सीएम हैं जिनकी अपने राज्यों के राज्यपाल के साथ खींचतान रहती है। बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ हैं और तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि हैं। दिल्ली से बाहर होगा मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन स्टालिन ने ममता से बात करने के बाद ट्वीट किया, 'प्रिय दीदी ममता बनर्जी ने मुझे फोन कर संवैधानिक अतिक्रमण और गैर-भाजपा शासित राज्यों के राज्यपालों की ओर से सत्ता के खुलेआम दुरुपयोग पर अपनी चिंता और पीड़ा साझा की। उन्होंने विपक्षी मुख्यमंत्रियों की बैठक का सुझाव दिया। मैंने उन्हें राज्य की स्वायत्तता बनाए रखने के लिए डीएमके की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया। विपक्षी मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन जल्द ही दिल्ली से बाहर होगा!' अखिलेश की बड़ी जीत का दावा समाजवादी पार्टी (सपा) के लिए प्रचार करने के लिए पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश का दौरा करने वाली बनर्जी ने कहा कि उनकी टीएमसी ने उस राज्य में चुनाव लड़ने का फैसला व्यापक हित में किया है। उन्होंने कहा कि टीएमसी ने यूपी में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा क्योंकि वह नहीं चाहती थी कि अखिलेश यादव (सपा प्रमुख) किसी भी सीट पर कमजोर हों। पहले चरण में, मुझे उम्मीद है कि अखिलेश की पार्टी 57 में से 37 सीटें जीतेगी। पीएम के इलाके में होगी मेगा रैली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वह समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार करने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक रैली करने के लिए 3 मार्च को फिर से यूपी का दौरा करेंगी। उन्होंने कहा, 'देश को तभी बचाया जा सकता है जब यूपी (भाजपा के खिलाफ) सुरक्षित रहे। अगर हम 2024 में नरेंद्र मोदी को हराना चाहते हैं, तो यूपी और बंगाल जैसे बड़े राज्य सबसे ज्यादा मायने रखेंगे।' यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने दावा किया कि 'जिस राज्य में महिलाओं को जिंदा जला दिया जाता है और किसानों की हत्या कर दी जाती है। वहां का मुख्यमंत्री 'योगी' नहीं बल्कि 'भोगी' होता है। अगर भारत को बचाना है, तो यूपी को पहले बचाना होगा।' कांग्रेस पर ममता का निशाना टीएमसी नेता ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के किसी भी क्षेत्रीय दल से अच्छे संबंध नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'अपने आप को धर्मनिरपेक्ष होने का दावा करने वाले लोगों का यह कर्तव्य है कि वह सभी को एक मंच पर लाए। मैंने कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से भी हाथ मिलाने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने सुनी नहीं, इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कर सकती। मेरी किसी से भी निजी दुश्मनी नहीं है। कांग्रेस अपने रास्ते चल सकती है, हम अपने रास्ते पर चलेंगे।'

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