रेयान इंटरनेशनल स्कूल के वाटर टैंक में मृत पाए गए देवांश के पिता ने अपने बेटे की मौत की जांच सीबीआई से कराने की मांग करते हुए स्कूल की प्रिंसिपल की गिरफ्तारी की मांग की है। पिता ने आरोप लगाया है कि स्कूल प्रिंसिपल ने उन्हें और उनकी पत्नी को चुप रहने को कहा था। शुरुआत में ही स्कूल प्रशासन बच्चे को ढूंढना शुरू कर देता तो शायद वो जिंदा होता। अपने माता-पिता का इकलौता बेटा देवांश पढ़ने में काफी होशियार था।
स्कूल प्रशासन ने पुलिस को बताया है कि बच्चे को डिक्लेक्सिया (हाइपर एक्टिव) नामक बीमारी थी। हालांकि बच्चे के माता-पिता ने इस बात से इनकार किया है। दक्षिण जिला डीसीपी प्रेमनाथ का कहना है कि किसी तरह के कागजात सामने आने के बाद ही स्कूल प्रशासन की बात को माना जाएगा। पुलिस के अनुसार, शनिवार को रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हर रोज की तरह कक्षाएं हो रही थी। शनिवार को कविता प्रतियोगिता थी। कार्यक्रम भी था।
दोपहर करीब सवा बारह बजे देवांश क्लास से गायब हो गया। उस समय स्कूल में सातवां पीरियड चल रहा था। दोपहर करीब 1:40 बजे देवांश का शव क्लास रूम से करीब 40 मीटर दूर वाटर टैंक में पड़ा मिला। सवाल ये खड़ा होता है कि आखिर करीब डेढ़ घंटे तक बच्चे को क्यों नहीं ढूंढा गया। पुलिस के अनुसार, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि देवांश की मौत डूबने से हुई है। उसके शरीर पर चोट आदि के कोई निशान नहीं मिले हैं।
स्कूल प्रशासन ने पुलिस को बताया है कि बच्चे को डिक्लेक्सिया (हाइपर एक्टिव) नामक बीमारी थी। हालांकि बच्चे के माता-पिता ने इस बात से इनकार किया है। दक्षिण जिला डीसीपी प्रेमनाथ का कहना है कि किसी तरह के कागजात सामने आने के बाद ही स्कूल प्रशासन की बात को माना जाएगा। पुलिस के अनुसार, शनिवार को रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हर रोज की तरह कक्षाएं हो रही थी। शनिवार को कविता प्रतियोगिता थी। कार्यक्रम भी था।
दोपहर करीब सवा बारह बजे देवांश क्लास से गायब हो गया। उस समय स्कूल में सातवां पीरियड चल रहा था। दोपहर करीब 1:40 बजे देवांश का शव क्लास रूम से करीब 40 मीटर दूर वाटर टैंक में पड़ा मिला। सवाल ये खड़ा होता है कि आखिर करीब डेढ़ घंटे तक बच्चे को क्यों नहीं ढूंढा गया। पुलिस के अनुसार, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि देवांश की मौत डूबने से हुई है। उसके शरीर पर चोट आदि के कोई निशान नहीं मिले हैं।