दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग के दूसरे व तीसरे वर्ष के छात्र असमंजस की स्थिति में है। यह असमंजस कि स्थिति एसओएल प्रशासन की ओर से भेजे गए एक मैसेज के कारण उत्पन्न हो गई है।
दरअसल, बीए ऑनर्स राजनीतिक विज्ञान, बीकॉम ऑनर्स केछात्रों को एक संदेश भेजा गया है। उस संदेश में इन कोर्सेज में दूसरे व तीसरे वर्ष में दाखिले की 20 नवंबर बताई गई है।
अब परेशानी यह है कि कई छात्रों ने पुन: मूल्यांकन का फॉर्म भरा था। इस पुन: मूल्यांकन का परिणाम 20 नवंबर के बाद आएगा।
ऐसे में जब रिजल्ट देर से आएगा तब छात्र दूसरे व तीसरे वर्ष में दाखिला कैसे लेंगे। डीयू के क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) केमुताबिक एसओएल परीक्षा परिणामों में धांधली हुई थी। कई बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को भी फेल कर दिया गया।
इतना ही नहीं कुछ छात्रों को परीक्षा में उपस्थित रहने के बावजूद अनुपस्थित घोषित किया गया। केवाईएस की मांग है कि जब तक पुन: मूल्यांकन का परिणाम घोषित नहीं होता तब तक दाखिले को जारी रखा जाए।
दाखिले की तारीख पुर्नमूल्यांकन का परिणाम आ जाने के बाद ही तय की जाए। इस संबंध में केवाईएस का एक प्रतिनिधिमंडल एसओएल के कार्यकारी निदेशक को इस� विषय पर एक ज्ञापन भी सौंप चुका है। छात्रों ने अपनी मांगे नहीं माने जाने पर भारी विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
दरअसल, बीए ऑनर्स राजनीतिक विज्ञान, बीकॉम ऑनर्स केछात्रों को एक संदेश भेजा गया है। उस संदेश में इन कोर्सेज में दूसरे व तीसरे वर्ष में दाखिले की 20 नवंबर बताई गई है।
अब परेशानी यह है कि कई छात्रों ने पुन: मूल्यांकन का फॉर्म भरा था। इस पुन: मूल्यांकन का परिणाम 20 नवंबर के बाद आएगा।
ऐसे में जब रिजल्ट देर से आएगा तब छात्र दूसरे व तीसरे वर्ष में दाखिला कैसे लेंगे। डीयू के क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) केमुताबिक एसओएल परीक्षा परिणामों में धांधली हुई थी। कई बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को भी फेल कर दिया गया।
इतना ही नहीं कुछ छात्रों को परीक्षा में उपस्थित रहने के बावजूद अनुपस्थित घोषित किया गया। केवाईएस की मांग है कि जब तक पुन: मूल्यांकन का परिणाम घोषित नहीं होता तब तक दाखिले को जारी रखा जाए।
दाखिले की तारीख पुर्नमूल्यांकन का परिणाम आ जाने के बाद ही तय की जाए। इस संबंध में केवाईएस का एक प्रतिनिधिमंडल एसओएल के कार्यकारी निदेशक को इस� विषय पर एक ज्ञापन भी सौंप चुका है। छात्रों ने अपनी मांगे नहीं माने जाने पर भारी विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है।