Robbery of full to medicine truck of rupees 22 lakhs /ट्रक ड्राइवर और क्लीनर को बंधक बना 22 लाख की दवाएं लूटीं

Swati
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करनाल के नीलोखेड़ी के गांव रायपुर रोड़ान के समीप सोमवार रात पांच युवकों ने दवाओं से भरे ट्रक के ड्राइवर व क्लीनर को बंधक बनाकर ट्रक में रखी करीब 42 लाख रुपये की दवाएं लूटने का मामला प्रकाश में आया है।

रातभर पुलिस ने नाका लगाए रखा, लेकिन आरोपी पकड़ में नहीं आए। मंगलवार सुबह पुलिस ने ट्रक के साथ 20 लाख रुपये की दवा को बरामद कर लिया है, लेकिन 22 लाख रुपये की दवा लेकर लुटेरे फरार हो गए। आरोपी ट्रक को करनाल के समीप ही एकांत जगह पर खड़ा कर फरार हो गए। बुटाना थाना पुलिस ने लूट का मामला दर्ज कर लिया है।

ट्रक ड्राइवर रमेश सिंह ने बताया कि वह सोमवार रात को जीरकपुर से दवाओं के 33 कार्टून लोड करने के बाद ओखला दिल्ली के लिए चला था। उसके साथ क्लीनर राहुल भी था। जीरकपुर से चलने के बाद उन्होंने बलदेव नगर अंबाला के एक पेट्रोल पंप से ट्रक में डीजल डलवाया और शाहबाद में जीटी रोड पर स्थित पीर की दरगाह में माथा टेकने के बाद दिल्ली के लिए चले।

रात करीब एक बजे जब ट्रक रायपुर रोड़ान गांव के ओवरब्रिज पर पहुंचा तो पीछे से आ रहे एक अन्य ट्रक ने रमेश के ट्रक को साइड मारकर ट्रक को रुकने के लिए मजबूर कर दिया। ट्रक रुकते ही एक स्कॉरपियो पीछे से आई और उसमें से पांच युवक उतरे और ट्रक में सवार हो गए।

आरोपियों ने ड्राइवर व क्लीनर को ट्रक से उतारकर स्कॉरपियो में डाल लिया। ड्राइवर रमेश सिंह ने बताया कि इसके बाद लुटेरे उन्हें किसी अज्ञात स्थान पर ले गए। लुटेरों ने उसके साथ मारपीट भी की। ड्राइवर हाथ पैर व मुंह बांधा होने से वह चिल्ला नहीं सके। कई घंटे के बाद वह वहीं जमीन पर बंधक बना रहा।

इसके बाद उसने दांतों से मुंह पर बंधे कपड़े को काट डाला और देखा लुटेरे वहां पर मौजूद नहीं थे। उसने समीप पड़े क्लीनर को बंधकों से मुक्त किया और थाना खोजने पर पिपली थाने में पहुंच गए। पिपली थाना के कर्मचारियों ने बताया कि लुटेरों ने लूट की घटना को नीलोखेड़ी क्षेत्र में अंजाम दिया है, इसलिए वह थाना बुटाना पहुंचे और पुलिस ने मामला दर्ज करवाया।

इस मामले में थाना प्रभारी हरविंद्र सिंह ने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर ट्रक को बरामद कर लिया है। लुटेरों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

जीरकपुर से दिल्ली जा रहे थे ट्रक चालक 

ट्रांसपोर्टर पीएस ओबराय ने बताया कि बिल के अनुसार ट्रक में लोड दवाओं की कीमत करीब 42 लाख रुपये थी। यह दवाएं एबोट कंपनी की थी और जीरकपुर से दिल्ली गोदाम में शिफ्ट की जा रही थी। ट्रक में लोड 833 कार्टून में से करीब 400 कार्टून ही बरामद हुए हैं। लुटेरों ने करीब बीस लाख रुपये की दवाएं ही लूटी हैं। दवाइयां पुलिस ने बरामद कर ली है।

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