खतरों से खेलने के शौकीन वन-डे में टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अब रोमांच से भरी पैराशूट जंपिंग सीखना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने आगरा में आर्मी के पैरा ट्रेनिंग स्कूल (पीटीएस) में हाजिरी दर्ज कराते ही बड़ी फुर्ती दिखाते हुए ग्राउंड प्रैक्टिस शुरू कर दी है।
अपने अनोखे अंदाज में बल्ले को जोर से घुमाते हुए हेलीकॉप्टर शॉट लगाने के लिए मशहूर माही एयरफोर्स के जहाज से पैराशूट के साथ आसमान से छलांग भी लगाएंगे। ग्राउंड प्रैक्टिस पूरी होने पर उन्हें मलपुरा के पैरा ड्रापिंग जोन में तीन जंप कराई जाएंगी।
पैराशूट जंपिंग सीखने के लिए धोनी बुधवार को ही ताजनगरी पहुंच गए थे। गुरुवार शाम पीटीएस में हाजिरी दर्ज कराई। बगैर वक्त गंवाए उन्होंने ग्राउंड ट्रेनिंग शुरू कर दी। उन्हें सेना ने लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि दे रखी है।
अध्ययन में पाया गया कि दिल्ली में सीएनजी बसों से नैनो कार्बन कण निकल रहे हैं। ये कण वातावरण में चारों ओर घूम रहे हैं और सांस के साथ हमारे फेफड़ों में जा रहे हैं।
वहां से ये मेंब्रेन के जरिये हमारे रक्त में प्रवेश कर रहे हैं। गर्ग के मुताबिक, ये नैनो कार्बन इंसानी शरीर में कैंसर पैदा कर सकते हैं। गर्ग ने बताया कि उन्होंने सीएनजी के असर के बारे में सरकार को आगाह कर दिया है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में जिस तरह से कॉमर्शियल वाहन सीएनजी से दौड़ रहे हैं उससे हालात का अंदाजा लगाया जा सकता है। हमें इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
सीएसआईआर रिसर्च एंड डेवलपमेंट के क्षेत्र का एक प्रमुख सरकारी राष्ट्रीय संगठन है। इसकी गिनती दुनिया के शीर्ष सरकारी रिसर्च एंड डेवलपमेंट संस्थानों में होती है।
विज्ञान और तकनीक तथा मानव संसाधन के क्षेत्र में इसके शोध सराहनीय रहे हैं। देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था में इसका अहम योगदान माना जाता है।
अपने अनोखे अंदाज में बल्ले को जोर से घुमाते हुए हेलीकॉप्टर शॉट लगाने के लिए मशहूर माही एयरफोर्स के जहाज से पैराशूट के साथ आसमान से छलांग भी लगाएंगे। ग्राउंड प्रैक्टिस पूरी होने पर उन्हें मलपुरा के पैरा ड्रापिंग जोन में तीन जंप कराई जाएंगी।
पैराशूट जंपिंग सीखने के लिए धोनी बुधवार को ही ताजनगरी पहुंच गए थे। गुरुवार शाम पीटीएस में हाजिरी दर्ज कराई। बगैर वक्त गंवाए उन्होंने ग्राउंड ट्रेनिंग शुरू कर दी। उन्हें सेना ने लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि दे रखी है।
अध्ययन में पाया गया कि दिल्ली में सीएनजी बसों से नैनो कार्बन कण निकल रहे हैं। ये कण वातावरण में चारों ओर घूम रहे हैं और सांस के साथ हमारे फेफड़ों में जा रहे हैं।
वहां से ये मेंब्रेन के जरिये हमारे रक्त में प्रवेश कर रहे हैं। गर्ग के मुताबिक, ये नैनो कार्बन इंसानी शरीर में कैंसर पैदा कर सकते हैं। गर्ग ने बताया कि उन्होंने सीएनजी के असर के बारे में सरकार को आगाह कर दिया है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में जिस तरह से कॉमर्शियल वाहन सीएनजी से दौड़ रहे हैं उससे हालात का अंदाजा लगाया जा सकता है। हमें इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
सीएसआईआर रिसर्च एंड डेवलपमेंट के क्षेत्र का एक प्रमुख सरकारी राष्ट्रीय संगठन है। इसकी गिनती दुनिया के शीर्ष सरकारी रिसर्च एंड डेवलपमेंट संस्थानों में होती है।
विज्ञान और तकनीक तथा मानव संसाधन के क्षेत्र में इसके शोध सराहनीय रहे हैं। देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था में इसका अहम योगदान माना जाता है।