आईजीएमसी अस्पताल में स्क्रब टायफस से एक महिला मरीज की मौत हो गई। 75 साल की महिला मरीज रोहड़ू की रहने वाली थी। इन्हें गंभीर हालत में तीन दिन पहले अस्पताल लाया गया था। स्वास्थ्य जांच के बाद इन्हें आईसीयू में रखा गया। बुधवार रात को मरीज की मौत हो गई।
इससे पहले आईजीएमसी में दो मरीजों की मौत हो चुकी है। ठियोग के रहने वाले युवक की मौत पीजीआई में हुई है। इस बार स्क्रब टायफस से चार मौतें हो गई हैं। मौजूदा समय में आईजीएमसी अस्पताल में चार मरीज दाखिल है। अब तक 92 मरीजों में स्क्रब टायफस की पुष्टि हुई है। अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डा. रमेश ने कहा कि महिला मरीज की मौत हुई है।
ये हैं बीमारी के लक्षण
--तेज बुखार 104 से 105 तक जा सकता है
--जोड़ों में दर्द व कंपकंपी के साथ बुखार
--शरीर में ऐंठन, अकड़न या शरीर टूटा हुआ लगना
--अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजू के नीचे, कूल्हों के ऊपर गिल्टियां होना
ऐसे करें रोकथाम
--शरीर में सफाई का ध्यान रखें
--घर व आसपास के वातावरण को साफ रखें
--घर के चारों ओर घास, खरपतवार नहीं उगने दें
--घर और आसपास कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें
ऐसे होता है स्क्रब टाइफस
यह रोग एक जीवाणु (रिकेटशिया) से संक्रमित पिस्सू (माइट) के काटने से फैलता है जो खेतों, झाड़ियों व घास में रहने वाले चूहों में पनपता है। यह जीवाणु चमड़ी के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है और स्क्रब टाइफस बुखार पैदा करता है।
इससे पहले आईजीएमसी में दो मरीजों की मौत हो चुकी है। ठियोग के रहने वाले युवक की मौत पीजीआई में हुई है। इस बार स्क्रब टायफस से चार मौतें हो गई हैं। मौजूदा समय में आईजीएमसी अस्पताल में चार मरीज दाखिल है। अब तक 92 मरीजों में स्क्रब टायफस की पुष्टि हुई है। अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डा. रमेश ने कहा कि महिला मरीज की मौत हुई है।
ये हैं बीमारी के लक्षण
--तेज बुखार 104 से 105 तक जा सकता है
--जोड़ों में दर्द व कंपकंपी के साथ बुखार
--शरीर में ऐंठन, अकड़न या शरीर टूटा हुआ लगना
--अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजू के नीचे, कूल्हों के ऊपर गिल्टियां होना
ऐसे करें रोकथाम
--शरीर में सफाई का ध्यान रखें
--घर व आसपास के वातावरण को साफ रखें
--घर के चारों ओर घास, खरपतवार नहीं उगने दें
--घर और आसपास कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें
ऐसे होता है स्क्रब टाइफस
यह रोग एक जीवाणु (रिकेटशिया) से संक्रमित पिस्सू (माइट) के काटने से फैलता है जो खेतों, झाड़ियों व घास में रहने वाले चूहों में पनपता है। यह जीवाणु चमड़ी के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है और स्क्रब टाइफस बुखार पैदा करता है।
