ट्रेन रद्द होने की स्थिति में अब यात्रियों को कन्फर्म्ड ई-टिकट का पैसा वापस पाने के लिए टिकट डिपॉजिट रिसीट (टीडीआर) भरने की जरूरत नहीं है। रेल मंत्रालय ने यात्रियों की सुविधा के लिए अब कन्फर्म्ड या फिर आरएसी ई-टिकट धारकों को ऑटोमैटिक रिफंड देने की तैयारी कर ली है।
कहने का मतलब यह है कि ऐसे यात्रियों के एकाउंट में रिफंड सीधे आ जाएगा उन्हें अब वेबसाइट पर मगजमारी की जरूरत नहीं पड़ेगी। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जल्द ही रिफंड की नई प्रणाली काम करने लगेगी क्योंकि अभी इसके लिए सॉफ्टवेयर में बदलाव हो रहे हैं।
ट्रेन रद्द की दशा में पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम यानी रिजर्वेशन काउंटर से लिए गए टिकट के मामले में मौजूदा प्रावधानों के मुताबिक ही रिफंड मिलेगा। इसके लिए ग्राहकों को रिजर्वेशन काउंटर पर जाना होगा। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट किया है, ‘ट्रेन रद्द होने पर रिफंड का नया तरीका आज ढूंढ लिया गया है।
पैसेंजरों को अब कठिनाइयों का सामना नहीं करना होगा। इसके लिए सिस्टम अप्रग्रेड किए जा रहे हैं।’ दरअसल इटारसी जंक्शन के रिलेंइंग इंटरलॉकिंग केबिन में लगी आग के बाद पश्चिम और दक्षिण भारत की ओर जाने वाली बड़ी संख्या में ट्रेनें रद्द की जा रही हैं।
जिसके चलते यात्रियों को रिफंड वापस पाने के लिए दो से तीन घंटों के अंदर टीडीआर भरना पड़ रहा था। ज्यादातर यात्री टीडीआर नहीं भर पाने के चलते रिफंड हासिल नहीं कर पा रहे थे।
इसी को ध्यान में रखते हुए मंत्रालय ने ट्रेन रद्द होने की स्थिति में टीडीआर भरने की सुविधा से निजात दिलाते हुए ऑटोमैटिक रिफंड की व्यवस्था की है।
भारतीय रेल के उन्नयन और उसके विस्तार पर पांच वर्षों के दौरान सरकार 120 अरब डॉलर (7,636.20 अरब रुपये) का निवेश करने जा रही है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि अगले पांच साल के दौरान भारतीय रेल को उन्नत बनाने और नेटवर्क के विस्तार के लिए 120 अरब डॉलर का निवेश किया जाएगा।
कहने का मतलब यह है कि ऐसे यात्रियों के एकाउंट में रिफंड सीधे आ जाएगा उन्हें अब वेबसाइट पर मगजमारी की जरूरत नहीं पड़ेगी। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जल्द ही रिफंड की नई प्रणाली काम करने लगेगी क्योंकि अभी इसके लिए सॉफ्टवेयर में बदलाव हो रहे हैं।
ट्रेन रद्द की दशा में पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम यानी रिजर्वेशन काउंटर से लिए गए टिकट के मामले में मौजूदा प्रावधानों के मुताबिक ही रिफंड मिलेगा। इसके लिए ग्राहकों को रिजर्वेशन काउंटर पर जाना होगा। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट किया है, ‘ट्रेन रद्द होने पर रिफंड का नया तरीका आज ढूंढ लिया गया है।
पैसेंजरों को अब कठिनाइयों का सामना नहीं करना होगा। इसके लिए सिस्टम अप्रग्रेड किए जा रहे हैं।’ दरअसल इटारसी जंक्शन के रिलेंइंग इंटरलॉकिंग केबिन में लगी आग के बाद पश्चिम और दक्षिण भारत की ओर जाने वाली बड़ी संख्या में ट्रेनें रद्द की जा रही हैं।
जिसके चलते यात्रियों को रिफंड वापस पाने के लिए दो से तीन घंटों के अंदर टीडीआर भरना पड़ रहा था। ज्यादातर यात्री टीडीआर नहीं भर पाने के चलते रिफंड हासिल नहीं कर पा रहे थे।
इसी को ध्यान में रखते हुए मंत्रालय ने ट्रेन रद्द होने की स्थिति में टीडीआर भरने की सुविधा से निजात दिलाते हुए ऑटोमैटिक रिफंड की व्यवस्था की है।
भारतीय रेल के उन्नयन और उसके विस्तार पर पांच वर्षों के दौरान सरकार 120 अरब डॉलर (7,636.20 अरब रुपये) का निवेश करने जा रही है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि अगले पांच साल के दौरान भारतीय रेल को उन्नत बनाने और नेटवर्क के विस्तार के लिए 120 अरब डॉलर का निवेश किया जाएगा।