दिल्ली-आगरा रूट पर एक बार फिर राजधानी एक्सप्रेस पर पत्थर फेंकने की घटना हुई है। इस बार मुंबई राजधानी को निशाना बनाया गया। घटना फरीदाबाद-तुगलकाबाद बॉर्डर की बताई जा रही है।
मौके पर पहुंची आरपीएफ ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है, लेकिन पत्थर फेंकने वाले का सुराग नहीं लग पाया है। जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम दिल्ली से मुंबई जा रही राजधानी एक्सप्रेस जब फरीदाबाद की ओर आ रही थी कि बॉर्डर पर उस पर पत्थर फेंका गया।
इसकी सूचना दिल्ली कंट्रोल को दी गई। दिल्ली कंट्रोल ने तुरंत मैसेज आरपीएफ तुगलकाबाद और फरीदाबाद को भेजा। सूचना पर आरपीएफ की टीम घटनास्थल पहुंची और जांच पड़ताल की गई्र लेकिन कोई सुराग नहीं लगा।
आरपीएफ� प्रभारी मुकेश कुमार का कहना है कि जिस स्थान पर पत्थर फेंके जाने की सूचना मिली थी, वहां ऐसे कोई हालात नहीं थे जहां से पत्थर फेंके जाने की गुंजाइश हो। हो सकता है कि घटना दिल्ली इलाके में हुई हो। फिर भी इसकी जांच के लिए टीम लगा दी गई है।
ज्ञात हो कि अप्रैल व मई माह में कई बार नई दिल्ली से मुंबई जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस पर पत्थर फेंके जाने की घटनाएं हो चुकी हैं। मई माह में शुरुआती एक हफ्ते में ही चार बार पत्थर फेंके गए थे। जिसके बाद फरीदाबाद आरपीएफ ने राजधानी में एक टीम तैनात कर उसे कोटा तक भेजा था।
मौके पर पहुंची आरपीएफ ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है, लेकिन पत्थर फेंकने वाले का सुराग नहीं लग पाया है। जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम दिल्ली से मुंबई जा रही राजधानी एक्सप्रेस जब फरीदाबाद की ओर आ रही थी कि बॉर्डर पर उस पर पत्थर फेंका गया।
इसकी सूचना दिल्ली कंट्रोल को दी गई। दिल्ली कंट्रोल ने तुरंत मैसेज आरपीएफ तुगलकाबाद और फरीदाबाद को भेजा। सूचना पर आरपीएफ की टीम घटनास्थल पहुंची और जांच पड़ताल की गई्र लेकिन कोई सुराग नहीं लगा।
आरपीएफ� प्रभारी मुकेश कुमार का कहना है कि जिस स्थान पर पत्थर फेंके जाने की सूचना मिली थी, वहां ऐसे कोई हालात नहीं थे जहां से पत्थर फेंके जाने की गुंजाइश हो। हो सकता है कि घटना दिल्ली इलाके में हुई हो। फिर भी इसकी जांच के लिए टीम लगा दी गई है।
ज्ञात हो कि अप्रैल व मई माह में कई बार नई दिल्ली से मुंबई जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस पर पत्थर फेंके जाने की घटनाएं हो चुकी हैं। मई माह में शुरुआती एक हफ्ते में ही चार बार पत्थर फेंके गए थे। जिसके बाद फरीदाबाद आरपीएफ ने राजधानी में एक टीम तैनात कर उसे कोटा तक भेजा था।