सबसे कम उम्र में (34 साल) मिजोरम के महाधिवक्ता बने और 37 साल की उम्र में वहीं के राज्यपाल। सन् 1998 से 2004 तक राज्यसभा के सदस्य रहे। कुछ ऐसा है सुषमा स्वराज के पति कौशल स्वराज का ट्रैक रिकार्ड।
हमेशा राजनीति और सत्ता की प्रसिद्धि से दूर रहने वाले स्वराज अब चर्चा में हैं। वजह है उनकी पत्नी और विदेशमंत्री सुषमा स्वराज की मानवीयता। कौशल सुप्रीम कोर्ट में क्रीमिनल लॉयर हैं।
कौशल स्वराज चर्चा में तब आए जब वह इमरजेंसी के दौरान समाजवादी नेता जार्ज फर्नांडिस को बचाने के लिए आगे आए। 1979 में उन्होंने साजिश के एक मामले में मिजोरम के नेता लालदेंगा को रिहाई दिलाई।
लालदेंगा मिजो नेशनल फ्रंट के संवैधानिक सलाहकार थे, जो एक भूमिगत संस्था थी और जिसकी बातचीत केन्द्र सरकार से चल रही थी। इन सब के परिणाम स्वरुप 1986 में मिजोरम शांति समझौते ने अपना स्वरूप मिला।
फिलहाल हालात ये हैं कि कौशल स्वराज सुषमा की दुखती रग बन चुके हैं। विवाद की वजह है पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 'मानवता' के आधार पर उनके ट्रेवेल डॉक्यूमेंट्स रिलीज करने के लिए ब्रिटेन उच्चायुक्त और सांसद कीथ वाज से बात की थी।
एक अंग्रेजी अखबार को दिए बयान में कौशल स्वराज ने कहा है कि वे पिछले 22 साल से ललित मोदी के वकील हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वो 2010 में मुंबई के एक होटल में उनके मेहमान थे।
हमेशा राजनीति और सत्ता की प्रसिद्धि से दूर रहने वाले स्वराज अब चर्चा में हैं। वजह है उनकी पत्नी और विदेशमंत्री सुषमा स्वराज की मानवीयता। कौशल सुप्रीम कोर्ट में क्रीमिनल लॉयर हैं।
कौशल स्वराज चर्चा में तब आए जब वह इमरजेंसी के दौरान समाजवादी नेता जार्ज फर्नांडिस को बचाने के लिए आगे आए। 1979 में उन्होंने साजिश के एक मामले में मिजोरम के नेता लालदेंगा को रिहाई दिलाई।
लालदेंगा मिजो नेशनल फ्रंट के संवैधानिक सलाहकार थे, जो एक भूमिगत संस्था थी और जिसकी बातचीत केन्द्र सरकार से चल रही थी। इन सब के परिणाम स्वरुप 1986 में मिजोरम शांति समझौते ने अपना स्वरूप मिला।
फिलहाल हालात ये हैं कि कौशल स्वराज सुषमा की दुखती रग बन चुके हैं। विवाद की वजह है पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 'मानवता' के आधार पर उनके ट्रेवेल डॉक्यूमेंट्स रिलीज करने के लिए ब्रिटेन उच्चायुक्त और सांसद कीथ वाज से बात की थी।
एक अंग्रेजी अखबार को दिए बयान में कौशल स्वराज ने कहा है कि वे पिछले 22 साल से ललित मोदी के वकील हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वो 2010 में मुंबई के एक होटल में उनके मेहमान थे।