सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) आए दिन अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। अब उन्होंने अपने गठबंधन की सरकार बनने पर बाइक पर तीन लोगों को सवारी करने की इजाजत देने की बात कही। अपनी बात के समर्थन में उन्होंने 70 सीटों वाले रेल के डिब्बे में तीन सौ लोगों के सवार होने की दलील दी है। वे अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा के साथ मिलकर विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं।
राजभर ने कहा, "ट्रेन के एक कोच में 70 सीटें होती हैं। लेकिन उसमें बैठते हैं 300 लोग, पर ट्रेन का चालान नहीं होता। 9 सवारी पर जीप की पासिंग होती है, लेकिन 22 लोग उसमें भी बैठते हैं। मोटर साइकिल का दो सवारी का पास हो तो फिर इसका चालान क्यों होता है।" उन्होंने कहा, "पुलिसवाले चालान करते हैं। लेकिन कहीं कोई विवाद या झगड़ा होने और कोई एप्लीकेशन मिलने पर मोटरसाइकिल पर एक सिपाही और दारोगा गाँव में जाते हैं। आरोपित को पकड़कर बीच में बैठाया तो तीन सवारी हो गए। ऐसे में दारोगा का चालान नहीं होता। इसलिए हमारी सरकार के बनते ही तीन सवारी फ्री कर दिया जाएगा। अन्यथा जीप और ट्रेन का भी चालान किया जाएगा।"
इससे पहले ओम प्रकाश राजभर ने सपा गठबंधन की तुलना इलेक्ट्रॉन, प्रोटान और न्यूट्रॉन से की थी। 7 फरवरी को उन्होंने वाराणसी में कहा था कि अखिलेश यादव, जयंत चौधरी और हम मिलकर इलेक्ट्रॉन, प्रोटान और न्यूट्रॉन हैं और तीनों साथ आकर एटम बम बन चुके हैं। साथ ही गैंगस्टर मुख्तार अंसारी का समर्थन करते हुए कहा था कि वो जहाँ से भी चुनाव लड़ना चाहेंगे, हम उन्हें अपने सिंबल पर चुनाव लड़ाएँगे। जब बृजेश सिंह बीजेपी के सिंबल पर चुनाव लड़ सकते हैं तो मुख्तार अंसारी क्यों नहीं?
इससे पहले वर्ष 2018 में उन्होंने कहा था कि उनका पार्टी का ये सिद्धांत है कि जब भी उनकी पार्टी की सरकार बनेगी तो 6-6 महीने में एक व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनने का मौका दिया जाएगा। राजभर का कहना था कि अगर 6-6 महीने के लिए सभी जातियों के नेताओं को सीएम बना दिया जाए तो क्या बुरा है? गौरतलब है कि 10 फरवरी 2022 को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान होगा और 10 मार्च 2022 को चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएँगे।