अर्बन एस्टेट वेलफेयर सोसायटी की बैठक सोसायटी के प्रधान डॉ. रणजीत राय की अध्यक्षता में हुई। डॉ. रणजीत राय ने अर्बन एस्टेट निवासियों की समस्याओं के निपटारे को लेकर पिछले 3 साल से पत्र, ई-मेल, टेलीफोन की ओर से संपर्क और बैठक करने केबावजूद जालंधर डिवेलपमेंट की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।
सोसायटी के दर्जनों पत्र भेजे जाने पर जालंधर डिवेलपमेंट अथॉरिटी ने अक्टूबर 2019 में जालंधर की जगदीश इलैक्ट्रिकल वर्कर्स को पुरानी स्ट्रीट लाइटों को बदलकर नई एलईडी लाइट लगाने और रख-रखाव का ठेका दिया गया था। नियम और शर्तों के मुताबिक सारा काम 90 दिन में मुकम्मल होना चहिए था। 6 महीने बाद भी काम अधूरा है और जो काम हुआ है उसमे भी 25 प्रतिशत फॉल्ट आ चुका है।
अर्बन एस्टेट के कई जगह रात में पूरा अंधकार होता है। जब सोसायटी के पदाधिकारियों ने जगदीश इलैक्ट्रिकल्स के मालिक संजीव शर्मा से फोन पर बात की तो उसने पहले किए गए काम की पूरी पेमेंट न मिलने को काम मे विलम्ब का कारण बताया और कहा कि जब तक बकाया पेमेंट नहीं मिलती वह बाकी काम करने में असमर्थ हैं।
सरकार की निजीकरण की पालिसी और ठेकेदार और अधिकारियों में तालमेल में कमी के कारण अर्बन एस्टेट के निवासियों को कई दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। सोसायटी के महासचिव एडवोकेट अनुज आनंद ने मीटिंग में भूतपूर्व सीए शीना अग्रवाल, मौजूदा सीए बबिता कलेर को लिखे गए पत्र और ईमेल दिखाए। इस अवसर पर सोसायटी के सीनियर उपप्रधान जसविंदर सिंह टोहरा, उपप्रधान राकेश शर्मा, कोषाध्यक्ष सवरण सिंह मठारु, समीर सभ्रवाल, कंवलजीत सिंह वड़ैच, बलजीत राय, केएस नागरा, जोगेश्वर सूद आदि मौजूद थे।
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