बीजेपी और आप के बीच फंसे एमसीडी कर्मचारियों का दुख बांटने के लिए अब कांग्रेस भी सड़क पर आ गई है। वेतन न मिलने से परेशान एमसीडी कर्मचारियों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी रविवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केजरीवाल के पुतले फूंके।
कांग्रेस ने दोनों सरकारों पर आरोप लगाया कि ये जानबूझकर कर्मचारियों की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। दोनों पार्टियां अपनी-अपनी राजनीति के चलते कर्मचारियों के हितों की अनदेखी कर रही हैं।
रविवार को दिल्ली में एमसीडी कर्मचारियों की मांगों के समर्थन और सड़कों पर फैले कूड़े से परेशान दिल्लीवासियों के समर्थन में कांग्रेस ने मार्च निकाला।
पूर्वी दिल्ली के जिला करावल नगर कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने खजूरी चौक से सरकार मोदी सरकार और केजरीवाल के विरोध में नारे लगाते हुए भजनपुरा चौक तक मार्च निकाला।
मार्च की अगुवाई कर रहे पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह बिट्टू, पूर्व विधायक हसन अहमद निगम पार्षद सुनीता चौधरी, इरफान अहमद, रईस कुरैशी ने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली की जनता की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही, क्योंकि दिल्ली में केजरीवाल की सरकार है।
कांग्रेस का आरोप है कि केजरीवाल एमसीडी कर्मचारियों को वेतन इसलिए नहीं दे रहे क्योंकि तीनों निगमों पर बीजेपी काबिज है। इसका खामियाजा दिल्ली की जनता को भुगतना पड़ रहा है ओर एमसीडी कर्मचारियों के भूखे मरने की नौबत आ गई है।
धरने में पहुंचे एक सरकारी स्कूल के अध्यापक का कहना था कि चार महीने से सैलरी नहीं मिली है, जिससे घर चलाना मुश्किल हो गया है। वहीं कांग्रेस के साथ पहुंचे कई सफाई कर्मचारियों का कहना था कि, सोचा था कि केजरीवाल सरकार आने से दिन कुछ सुधरेंगे, लेकिन यहां तो स्थिति और खराब हो चुकी है।
एमसीडी कर्मचारियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मोदी और केजरीवाल के पुतलों को जूतों से पीटते हुए मोदी-केजरीवाल मुर्दाबाद, बीजेपी मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए पुतलों को आग के हवाले कर दिया।
इस पुतला दहन के चलते वजीराबाद रोड पर जाम की स्थिति भी पैदा हो गई। कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि अगर अगले दो दिनों में मांगे नहीं मानी जाती है तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
कांग्रेस ने दोनों सरकारों पर आरोप लगाया कि ये जानबूझकर कर्मचारियों की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। दोनों पार्टियां अपनी-अपनी राजनीति के चलते कर्मचारियों के हितों की अनदेखी कर रही हैं।
रविवार को दिल्ली में एमसीडी कर्मचारियों की मांगों के समर्थन और सड़कों पर फैले कूड़े से परेशान दिल्लीवासियों के समर्थन में कांग्रेस ने मार्च निकाला।
पूर्वी दिल्ली के जिला करावल नगर कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने खजूरी चौक से सरकार मोदी सरकार और केजरीवाल के विरोध में नारे लगाते हुए भजनपुरा चौक तक मार्च निकाला।
मार्च की अगुवाई कर रहे पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह बिट्टू, पूर्व विधायक हसन अहमद निगम पार्षद सुनीता चौधरी, इरफान अहमद, रईस कुरैशी ने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली की जनता की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही, क्योंकि दिल्ली में केजरीवाल की सरकार है।
कांग्रेस का आरोप है कि केजरीवाल एमसीडी कर्मचारियों को वेतन इसलिए नहीं दे रहे क्योंकि तीनों निगमों पर बीजेपी काबिज है। इसका खामियाजा दिल्ली की जनता को भुगतना पड़ रहा है ओर एमसीडी कर्मचारियों के भूखे मरने की नौबत आ गई है।
धरने में पहुंचे एक सरकारी स्कूल के अध्यापक का कहना था कि चार महीने से सैलरी नहीं मिली है, जिससे घर चलाना मुश्किल हो गया है। वहीं कांग्रेस के साथ पहुंचे कई सफाई कर्मचारियों का कहना था कि, सोचा था कि केजरीवाल सरकार आने से दिन कुछ सुधरेंगे, लेकिन यहां तो स्थिति और खराब हो चुकी है।
एमसीडी कर्मचारियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मोदी और केजरीवाल के पुतलों को जूतों से पीटते हुए मोदी-केजरीवाल मुर्दाबाद, बीजेपी मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए पुतलों को आग के हवाले कर दिया।
इस पुतला दहन के चलते वजीराबाद रोड पर जाम की स्थिति भी पैदा हो गई। कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि अगर अगले दो दिनों में मांगे नहीं मानी जाती है तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।