पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किए वायु सैनिक रंजीत केके ने कई खुलासे किए हैं। पूछताछ के दौरान रंजीत ने माना कि उसने एयरफोर्स से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां (नक्शा बनाकर और लिखकर) दामिनी मैकनॉट नाम की फेसबुक आईडी को मुहैया करवाई थीं। सिक्योरिटी एजेंसियां अब पूर्व और मौजूदा डिफेंस अफसरों के 2000 सोशल मीडिया प्रोफाइल्स पर नजर रख रही हैं।
2 साल से दामिनी के संपर्क में था रंजीत
केरल के रहने वाले रंजीत ने 2010 में भारतीय वायु सेना ज्वाइन की थी। रंजीत बठिंडा में पोस्टेड था। इनपुट्स मिलने के बाद इसी महीने उसे एयरफोर्स से बर्खास्त कर दिया गया था। रंजीत ने बताया कि 2013 में उसे फेसबुक पर दामिनी मैकनॉट के नाम से फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट भेजी गई थी। दामिनी ने उसे बताया था कि वह यूके की खबरों पर आधारित एक मैगजीन में एक्जीक्यूटिव है।
उसे एयरफोर्स की कुछ जानकारी मैगजीन में प्रकाशित करनी है। रंजीत का भरोसा जीतने के लिए उससे कई बार फोन पर भी बात की गई। वायु सेना कर्मी के मोबाइल पर इंटरनेट के माध्यम से कॉल आई थी। रंजीत के अनुसार फोन पर सामने वाली महिला ने खुद को दामिनी बताया था।
उसका बात करने का लहजा ब्रिटिश था। रंजीत ने एयरफोर्स की मौजूदा गतिविधियों, एयरक्राफ्ट की तैनाती और मूवमेंट की जानकारी लीक की है। उसे इसके बदले में पैसे भी दिए गए।
2 साल से दामिनी के संपर्क में था रंजीत
केरल के रहने वाले रंजीत ने 2010 में भारतीय वायु सेना ज्वाइन की थी। रंजीत बठिंडा में पोस्टेड था। इनपुट्स मिलने के बाद इसी महीने उसे एयरफोर्स से बर्खास्त कर दिया गया था। रंजीत ने बताया कि 2013 में उसे फेसबुक पर दामिनी मैकनॉट के नाम से फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट भेजी गई थी। दामिनी ने उसे बताया था कि वह यूके की खबरों पर आधारित एक मैगजीन में एक्जीक्यूटिव है।
उसे एयरफोर्स की कुछ जानकारी मैगजीन में प्रकाशित करनी है। रंजीत का भरोसा जीतने के लिए उससे कई बार फोन पर भी बात की गई। वायु सेना कर्मी के मोबाइल पर इंटरनेट के माध्यम से कॉल आई थी। रंजीत के अनुसार फोन पर सामने वाली महिला ने खुद को दामिनी बताया था।
उसका बात करने का लहजा ब्रिटिश था। रंजीत ने एयरफोर्स की मौजूदा गतिविधियों, एयरक्राफ्ट की तैनाती और मूवमेंट की जानकारी लीक की है। उसे इसके बदले में पैसे भी दिए गए।