आम आदमी पार्टी की एक और विधायक पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। आरकेपुरम से आप विधायक प्रमिला टोकस व उनके पति के खिलाफ जातिसूचक शब्द इस्तेमाल करने का मामला दर्ज किया गया है।
पहला मामला सीपीडब्ल्यूडी के एई, जबकि दूसरा सरकारी कर्मचारी की पत्नी की शिकायत पर दर्ज किया गया है। विधायक के पति ने सोमवार को कोर्ट से अग्रिम जमानत लेने कोशिश की। कोर्ट ने विधायक व उनके पति को पुलिस के सामने सरेंडर करने के लिए कहा है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि विधायक व उनके पति घर से फरार हैं और उन्होंने सोमवार शाम तक पुलिस के सामने सरेंडर नहीं किया था।
पुलिस के अनुसार सीपीडब्ल्यूडी की एक टीम 15 दिसंबर को सरस्वती कैंप, सेक्टर-चार आरकेपुरम में स्थित अवैध झुग्गियों को ढहाने गई थी। इस दौरान आरकेपुरम से आप विधायक प्रमिला टोकस अपने पति धीरज टोकस व समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गईं।
आरोप है कि इन लोगों ने सीपीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों के साथ मारपीट की और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। आरकेपुरम थाना पुलिस ने सीपीडब्ल्यूडी के एई की शिकायत पर 15 दिसंबर को मारपीट व सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज कर लिया था।
पहला मामला सीपीडब्ल्यूडी के एई, जबकि दूसरा सरकारी कर्मचारी की पत्नी की शिकायत पर दर्ज किया गया है। विधायक के पति ने सोमवार को कोर्ट से अग्रिम जमानत लेने कोशिश की। कोर्ट ने विधायक व उनके पति को पुलिस के सामने सरेंडर करने के लिए कहा है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि विधायक व उनके पति घर से फरार हैं और उन्होंने सोमवार शाम तक पुलिस के सामने सरेंडर नहीं किया था।
पुलिस के अनुसार सीपीडब्ल्यूडी की एक टीम 15 दिसंबर को सरस्वती कैंप, सेक्टर-चार आरकेपुरम में स्थित अवैध झुग्गियों को ढहाने गई थी। इस दौरान आरकेपुरम से आप विधायक प्रमिला टोकस अपने पति धीरज टोकस व समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गईं।
आरोप है कि इन लोगों ने सीपीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों के साथ मारपीट की और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। आरकेपुरम थाना पुलिस ने सीपीडब्ल्यूडी के एई की शिकायत पर 15 दिसंबर को मारपीट व सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज कर लिया था।