भारतीय स्टेट बैंक की जंघई शाखा स्थित एटीएम बूथ में सोमवार दोपहर पैसे निकालने गए युवक की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। एटीएम बूथ के शटर में करंट उतर आया था। इस घटना से परिजन और आसपास के लोग भड़क गए। उन्होंने शव रखकर चक्काजाम कर दिया। उनकी मांग बैंक अफसरों के खिलाफ मुकदमा लिखाने और मुआवजा दिलाने की थी।
देर शाम तक चक्काजाम के बाद सपा विधायक की मौजूदगी में बैंक की तरफ से परिवार को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने के बाद लोग शांत हुए तो पुलिस ने शव सील किया। सरायममरेज में खखैंचा गांव निवासी मोतीलाल के तीन पुत्रों में विजय कुमार (24)� छोटा था। उसने इसी साल बीए की पढ़ाई पूरी की थी।
सोमवार दोपहर करीब तीन बजे वह घर से करीब छह किलोमीटर दूर जंघई बाजार स्थित भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम बूथ से पैसे निकालने गया था। उसी दौरान एटीएम बूथ के शटर को छूते ही उसे जोर का झटका लगा। कुछ सेकंड तक शटर से चिपके रहने के बाद वह गिर गया। बाहर मौजूद लोगों ने देखा तो वे सन्न रह गए।
शोर मचा तो बैंक कर्मी आ गए। लोग समझ गए कि शटर में करंट उतरा है। विजय को उठाकर बाहर लाया गया मगर उसकी मौत हो चुकी थी। इस दुखद घटना की जानकारी विजय के घर पहुंची तो वहां हाहाकार मच गया।
परिवार के लोग रोते-कलपते वहां आ गए। इतनी देर में वहां भीड़ लग चुकी थी। खबर पाकर जंघई चौकी और सरायममरेज थाने से पुलिस पहुंच गई। ग्रामीणों ने कहा कि विजय की मौत के लिए बैंक कर्मचारी जिम्मेदार हैं। गुस्साए लोगों ने मुकदमा लिखकर पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग रख दी।
शहर से भी एसबीआई के चीफ मैनेजर अनिल सिन्हा समेत कई अधिकारी पहुंच गए। उन्होंने जांच की तो पता चला कि एसबीआई एटीएम के ही बगल में निजी कंपनी का ऑफसाइड एटीएम है। उसमें ही कटे तार से फैला करंट बारिश की वजह से भीगे एसबीआई के शटर तक पहुंच गया था। इस पर एसबीआई के अफसरों ने कहा कि यह लापरवाही उनके कर्मचारियों की नहीं है क्योंकि इस बारे में पता तब चला जब यह दुखद हादसा हो गया।
इस घटना की खबर पाकर सीओ हंडिया और एसडीएम समेत सपा विधायक विजमा यादव भी पहुंच गईं। शाखा प्रबंधक जंघई ने विधायक और पुलिस अफसरों के सामने मृतक विजय कुमार के परिजनों को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देकर उनका गुस्सा कुछ कम किया हालांकि कस्बे में लोग बेहद दुखी हैं।
पिछले साल शादी, पत्नी है गर्भवती
करंट की चपेट में आने से विजय की मौत ने उसके परिजनों और रिश्तेदारों को भारी गम दिया है। परिवार के लोग गम में डूबे हैं मगर सबसे ज्यादा दुखद बात यह कि बमुश्किल साल भर पहले ही उसका ब्याह हुआ था। पत्नी गर्भवती है। वह रोते-बिखलते बेसुध हो गई।
देर शाम तक चक्काजाम के बाद सपा विधायक की मौजूदगी में बैंक की तरफ से परिवार को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने के बाद लोग शांत हुए तो पुलिस ने शव सील किया। सरायममरेज में खखैंचा गांव निवासी मोतीलाल के तीन पुत्रों में विजय कुमार (24)� छोटा था। उसने इसी साल बीए की पढ़ाई पूरी की थी।
सोमवार दोपहर करीब तीन बजे वह घर से करीब छह किलोमीटर दूर जंघई बाजार स्थित भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम बूथ से पैसे निकालने गया था। उसी दौरान एटीएम बूथ के शटर को छूते ही उसे जोर का झटका लगा। कुछ सेकंड तक शटर से चिपके रहने के बाद वह गिर गया। बाहर मौजूद लोगों ने देखा तो वे सन्न रह गए।
शोर मचा तो बैंक कर्मी आ गए। लोग समझ गए कि शटर में करंट उतरा है। विजय को उठाकर बाहर लाया गया मगर उसकी मौत हो चुकी थी। इस दुखद घटना की जानकारी विजय के घर पहुंची तो वहां हाहाकार मच गया।
परिवार के लोग रोते-कलपते वहां आ गए। इतनी देर में वहां भीड़ लग चुकी थी। खबर पाकर जंघई चौकी और सरायममरेज थाने से पुलिस पहुंच गई। ग्रामीणों ने कहा कि विजय की मौत के लिए बैंक कर्मचारी जिम्मेदार हैं। गुस्साए लोगों ने मुकदमा लिखकर पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग रख दी।
शहर से भी एसबीआई के चीफ मैनेजर अनिल सिन्हा समेत कई अधिकारी पहुंच गए। उन्होंने जांच की तो पता चला कि एसबीआई एटीएम के ही बगल में निजी कंपनी का ऑफसाइड एटीएम है। उसमें ही कटे तार से फैला करंट बारिश की वजह से भीगे एसबीआई के शटर तक पहुंच गया था। इस पर एसबीआई के अफसरों ने कहा कि यह लापरवाही उनके कर्मचारियों की नहीं है क्योंकि इस बारे में पता तब चला जब यह दुखद हादसा हो गया।
इस घटना की खबर पाकर सीओ हंडिया और एसडीएम समेत सपा विधायक विजमा यादव भी पहुंच गईं। शाखा प्रबंधक जंघई ने विधायक और पुलिस अफसरों के सामने मृतक विजय कुमार के परिजनों को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देकर उनका गुस्सा कुछ कम किया हालांकि कस्बे में लोग बेहद दुखी हैं।
पिछले साल शादी, पत्नी है गर्भवती
करंट की चपेट में आने से विजय की मौत ने उसके परिजनों और रिश्तेदारों को भारी गम दिया है। परिवार के लोग गम में डूबे हैं मगर सबसे ज्यादा दुखद बात यह कि बमुश्किल साल भर पहले ही उसका ब्याह हुआ था। पत्नी गर्भवती है। वह रोते-बिखलते बेसुध हो गई।