Youth Arrested For Forwarding Provoking Sms On Whatsapp / WhatsApp पर भड़काऊ मैसेज करने वाला गिरफ्तार

Swati
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मुरादाबाद के संभल में धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाला मैसेज पास करना एक युवक को महंगा पड़ गया। कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज होने की कुछ ही घंटे बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। अदालत में पेश किया और अदालत ने उसे जेल भेजने का आदेश दिया।

सांप्रदायिक सौहार्द को खतरा पैदा करने वाला व्हाट्स एप मैसेज 28 जून को पास किया गया। जैसे ही यह मामला शुक्रवार को रात कोतवाली की पुलिस के संज्ञान में आया तो पुलिस ने मैसेज पास करने वाले युवक तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर दिया।

इसमें बेगम सराय निवासी फैजान पुत्र सरफराज का कहना है कि पंजू सराय निवासी विनीत पुत्र छोटेलाल ने उसके पास मुस्लिमों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले एक मैसेज पास किया था। इसे लेकर लोगों में रोष उत्पन्न हो गया। सभी लोगों ने मिलकर शुक्रवार की रात कोतवाली की पुलिस को खबर दी। पुलिस ने रात में मुकदमा दर्ज किया और सुबह दबिश देकर नामजद युवक को गिरफ्तार कर लिया।

धार्मिक भावनाएं भड़काने का मैसेज जब मेरे मोबाइल पर आया तो मैंने अपने दोस्त फैजान को दिखाया। फैजान ने कहा कि यह मैसेज मेरे मोबाइल पर भेज दो।

मैंने जब उसके मोबाइल पर इसे भेजा तो उसने मुकदमा दर्ज करा दिया। मेरा धार्मिक भावनाओं को भड़काने का कोई इरादा नहीं था और न ही मैंने यह मैसेज बनाया है। यह बात गिरफ्तार किए गए युवक विनीत पुत्र छोटेलाल ने कही। उसका कहना था कि उसे निर्दोष होने के बाद भी फंसाया गया है। 

मुकदमे के वादी फैजान शाह का कहना है कि उसके मोबाइल 28 जून को हुजूर की शान में गुस्ताखी करने वाला मैसेज पास किया गया। इसके बाद कोतवाली की पुलिस को अवगत कराया लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। इसके बाद शुक्रवार की रात तमाम लोग एकत्र होकर कोतवाली पहुंचे।

किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचना वाला मैसेज शेयर और लाइक करना महंगा पड़ सकता है क्योंकि यह अपराध की श्रेणी में आता है। यह जानकारी अपर पुलिस अधीक्षक कमलेश दीक्षित ने दी है।

उनका कहना है कि आमतौर पर लोग जब मैसेज शेयर करते हैं या लाइक करते हैं तो सिर्फ अपनी भावनाओं का ख्याल करते हैं यदि मैसेज पढ़ने और उसे पास करने से पहले एक बार विचार करें कि मैसेज किसी और को ट्रांसफर करने पर क्या प्रतिक्रिया होगी? तो शायद ऐसा नहीं करेंगे। उनका कहना था कि मानसिक प्रदूषण के चलते लोग आपत्तिजनक टिप्पणी भरे मैसेज बनाते हैं और एक दूसरे को ट्रांसफर करते है जबकि इससे बाद में खुद उन्हें ही पछताना पड़ता है। इसलिए यदि विवाद और कानूनी कार्रवाई से बचना है तो आपत्तिजनक मैसेज प्रसारित न करें।

आपत्तिजनक मैसेज पास करने के मामले पहले भी सामने आए हैं। पूर्व सांसद डा. शफीकुर्रहमान बर्क के खिलाफ वंदेमातरम के मुद्दे पर अभद्र टिप्पणी करने में बहजोई निवासी नवनीत वार्ष्णेय को 2 जुलाई 2015 को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले 30 मई 2015 को कोतवाली संभल में धार्मिक भावनाओं और जातिगत भावनाओं को भड़काने संबंधी मामला सामने आया था। व्हाट्स एप मैसेज डालकर मुकदमा दर्ज किया गया था। एक युवक की गिरफ्तारी हुई थी। यानि की दो महीने में यह तीसरी गिरफ्तारी है।

पूर्व सांसद डा. शफीकुर्रहमान बर्क की अध्यक्षता में उनके ही आवास पर बैठक हुई जिसमें वक्ताओं ने कहा कि हुजूर की शान में गुस्ताखी करने वाले को माफ न किया जाए। कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। डा. बर्क ने कहा कि सोशल मीडिया पर जो कुछ भी हो रहा है कि उसके पीछे भाजपा की सोची समझी रणनीति है। बैठक में विनीत पर रासुका लगाने की मांग की गई। बैठक में मौजूद मुशय्यद हसन ने बताया कि बैठक में ममलूकुर्रहमान बर्क, जियाउर्ररहमान बर्क, वाकिर, औरंगजेब, ईनामुर्रहमान खां, मेरोज अख्तर, कामिल, हबीब, हाजी अतीक, सलीम पासा आदि ने भाग लिया।

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