अगर इस लीग में उन्हें खेलने का मौका मिला तो उनकी सारी मुश्किलें हल हो जाएंगी। एक तो वह दंगल में खेलना छोड़ देंगी और पापा को पैसा देकर सारे कर्ज को उतरवाएंगी। ये शब्द प्रो रेसलिंग लीग की शुरूआत के मौके पर पहली बार रैंप पर उतरीं बेहद गरीब परिवार की युवा महिला पहलवान दिव्या काकरान के हैं।
सिर्फ दिव्या ही नहीं अब देश के कई उभरते हुए पहलवानों की तकदीर बदलने जा रही है। आईपीएल, आईएसएल, कबड्डी लीग के बाद अब कुश्ती में प्रो रेसलिंग लीग शुरू होने जा रही है। अब तक देश के लिए खेलने पर कैश अवार्ड हासिल करने वाले पहलवान अब करोड़ों के लिए दांव लगाएंगे।
भारतीय कुश्ती संघ की ओर से यह लीग आठ से 29 नवंबर को कराई जाएगी। जिसमें देश के 36 पुरुष और महिला जबकि विदेश के 30 पुरुष और महिला पहलवान शिरकत करेंगे। क्रिकेट की तरह पहलवानों पर बोली लगाना सुशील कुमार को अजीब तो लगेगा, लेकिन ओलंपिक मेडलिस्ट पहलवान का कहना है कंप्यूटर का जमाना अब इस तरह की चीजों में ढलना होगा। सुशील घोषणा करते हैं कि वह और योगेश्वर इस लीग का हिस्सा होंगे।
लीग के को प्रमोटर आशीष चड्ढा खुलासा करते हैं कि छह टीमों के लिए 16 करोड़ का ऑक्शन पूल होगा। सभी टीमों के पास लगभग तीन करोड़ का पर्स होगा। तीन करोड़ की ही ईनामी राशि पहलवानों को मिलेगी।
चड्ढा के मुताबिक दुनिया भर के 80 पुरुष, महिला पहलवानों ने लीग में खेलने को हामी भर दी है। इनमें 20 ओलंपिक मेडलिस्ट हैं। एक टीम सिर्फ पांच विदेशी पहलवान रख सकती है। ऐसे में सिर्फ 30 विदेशी ही लीग का हिस्सा बन पाएंगे। एक टीम में छह पुरुष और पांच महिला समेत कुल 11 पहलवान होंगे।
सिर्फ दिव्या ही नहीं अब देश के कई उभरते हुए पहलवानों की तकदीर बदलने जा रही है। आईपीएल, आईएसएल, कबड्डी लीग के बाद अब कुश्ती में प्रो रेसलिंग लीग शुरू होने जा रही है। अब तक देश के लिए खेलने पर कैश अवार्ड हासिल करने वाले पहलवान अब करोड़ों के लिए दांव लगाएंगे।
भारतीय कुश्ती संघ की ओर से यह लीग आठ से 29 नवंबर को कराई जाएगी। जिसमें देश के 36 पुरुष और महिला जबकि विदेश के 30 पुरुष और महिला पहलवान शिरकत करेंगे। क्रिकेट की तरह पहलवानों पर बोली लगाना सुशील कुमार को अजीब तो लगेगा, लेकिन ओलंपिक मेडलिस्ट पहलवान का कहना है कंप्यूटर का जमाना अब इस तरह की चीजों में ढलना होगा। सुशील घोषणा करते हैं कि वह और योगेश्वर इस लीग का हिस्सा होंगे।
लीग के को प्रमोटर आशीष चड्ढा खुलासा करते हैं कि छह टीमों के लिए 16 करोड़ का ऑक्शन पूल होगा। सभी टीमों के पास लगभग तीन करोड़ का पर्स होगा। तीन करोड़ की ही ईनामी राशि पहलवानों को मिलेगी।
चड्ढा के मुताबिक दुनिया भर के 80 पुरुष, महिला पहलवानों ने लीग में खेलने को हामी भर दी है। इनमें 20 ओलंपिक मेडलिस्ट हैं। एक टीम सिर्फ पांच विदेशी पहलवान रख सकती है। ऐसे में सिर्फ 30 विदेशी ही लीग का हिस्सा बन पाएंगे। एक टीम में छह पुरुष और पांच महिला समेत कुल 11 पहलवान होंगे।