10 Rajaji Marg is ready Kalam back for the last time / यहां से कलाम का है खास रिश्ता, इसलिए आखिरी बार आए यहां

Swati
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10 राजाजी मार्ग वो घर जिसमें एक ऐसा शख्स रहता था जो हर मायने अगल-बगल के बंगलों में रहने वालों से अलग था। यहां हर बंगले के आगे एक नेमप्लेट लगी है।

एक बंगले की नेमप्लेट पर जल सेना के बड़े अधिकारी का नाम लिखा है और एक पर किसी बड़े जज का । लेकिन इस बंगले की लालदीवारों पर भूरा पैचवर्क ही दिख रहा है। इस दस नंबर के बंगले में और कोई नहीं रहता था बल्कि रहते थे देश के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम आजाद।

बंगले के बाहर खड़े एक पुलिसकर्मी ने कहा कि सोमवार शाम साढ़े आठ बजे एक पुलिस वैन आई जिसमें कलाम के निधन की खबर यहां पहुंची और फिर मीडियाकर्मियों का आना शुरू हो गया।

बंगले पर नेम प्लेट नहीं थी तो लोग पूछ रहे थे कि क्या यही पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का बंगला है। एक सुरक्षाकर्मी के मुताबिक हाल ही में कुछ समय पहले वो नेमप्लेट वहां से गिरी गई होगी। उन्होंने कहा था कि वो जानते हैं और वो सिलांग के लिए रवाना हो गए।

सुरक्षाकर्मी आगे कहता है कि जल्द ही इस चौड़ी सड़क के सामने मीडिया की गाड़ियां खड़ी होंगी। कैमरे की फ्लैश लाइट चमकेगी। इस बंगले में एक छोटी सी हरकत होगी। कलाम की सुरक्षा से जुड़े एक शख्स ने कहा कि अब यहां ऐसा कोई नहीं है जो कैमरे पर हमलोगों के लिए कैमरे पर बोलेगा।

उनका (कलाम) उत्तर हमेशा होता था कि यहां मेरे सिक्योरिटी स्टाफ के अलावा और कोई परिवार नहीं है। सिक्योरिटी स्टाफ अपने कलाम के बारे में बताता है कि वह एक शांत व्यक्ति थे और हमलोगों से भी बहुत ज्यादा बात नहीं करते थे। हां लेकिन वो हमेशा मुस्कुराते रहते थे। जब हम उन्हें सैल्यूट करते थे उनके चेहरे पर चमक दौड़ जाती थी।

वो (कलाम) गार्डन में 1 बजे 3 बजे के बीच हर रोज टहलते थे। सिक्योरिटी स्टाफ का एक पुलिसकर्मी आगे कहता है कि मैने उन्हें सुबह आखिरी बार गुवाहटी जाते वक्त देखा था।

वो वहां जल्दी जाना चाहते थे। उनके चेहरे पर मुस्कुराहट थी। वो जहां जाना चाहते थे वहां जाते थे। मैने सुना था कि वो अपना ज्यादातर वक्त लाइब्रेरी में बिताते थे। कलाम साहब के पूर्व प्रेस सचिव एस एम खान कहते हैं कि जैसे जैसे रात बढ़ती जाती थी।

10 राजाजी मार्ग के अंदर भी हरकत बढ़ जाती थी। अब यहां बंगले के बाहर गाड़ियां की आवाजाही बढ़ गई है। बहुत चहल-पहल है यहां। पुलिसकर्मी व्यवस्था पर चर्चा कर रहे हैं। दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ गई। एक-एक कर बंगले की खिड़की की लाइट्स फिर जल उठी । घर पूरी तरह से तैयार हो गया था, क्योंकि कलाम अपने घर लौट आए। आखिरी बार।

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