Poor people loosing gas subsidy in gaziabad / देखिए मोदी जी के 'गिव इट अप' की गरीबों को ऐसे मिल रही सजा

Swati
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गाजियाबाद/साहिबाबाद जिले में न चाहते हुए भी एलपीजी सिलेंडरों पर सब्सिडी से करीब 14 हजार उपभोक्ता हाथ धो बैठे हैं। जिस तबके को सब्सिडी की जरूरत है, वे इंटरेक्टिव वॉइस रिस्पांस सिस्टम में गड़बड़ी से सब्सिडी खो चुके हैं।

ऐसे लोग अब एजेंसियों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन सब्सिडी मिलना मुमकिन नहीं हो पा रहा है। शुक्रवार को झंडापुर गांव के कई निवासी मोबाइल से गैस बुकिंग कराते वक्त सब्सिडी खो बैठे।

दरअसल आईवीआरएस में गैस पर सब्सिडी छोड़ने के ‘गिव इट अप’ का मोबाइल फोन का नंबर दबाने का विकल्प आता है। उपभोक्ताओं ने कि शुकवार को जब गैस बुकिंग का नंबर मिलायातो आईवीआरएस के जरिए आ रही आवाज बीच में बंद हो गई।

कुछ सेकेंड के बाद एक दबाने का विकल्प दिया गया और एक दबाते ही सब्सिडी छोड़ने के लिए उपभोक्ता को धन्यवाद दे दिया गया। उपभोक्ता गैस एजेंसी दौड़े, लेकिन हल नहीं निकला।

लोगों ने बताया कि कुछ दिन पहले तक जीरो दबाने पर लोगों की सब्सिडी जा रही थी, अब एक दबाने पर सब्सिडी जाने लगी है। लोगों ने बताया कि बीती 19 जुलाई से दिक्कत हो रही है।

जिनकी गैस सब्सिडी आईवीआरएस में गड़बड़ी से चली गई है, उन्हें अब अगले वित्तीय वर्ष तक इंतजार करना होगा। सब्सिडी पाने के लिए दोबारा आवेदन करने पर ही दोबारा सब्सिडी मिल सकेगी। आवेदन करने पर भी सब्सिडी मिले या नहीं, इसकी गैस एजेंसियों से कोई गारंटी नहीं मिल रही हैं।

‘अगर किसी व्यक्ति ने गलती से अपनी सब्सिडी गंवा दी है तो वह उसकी सब्सिडी गैस कंपनी के माध्यम से ही वापस मिलेगी। उपभोक्ता को एक आवेदन करना होगा। एजेंसी उसे संबंधित कंपनी से एप्रूवल लेेगी। इसके बाद सब्सिडी शुरू हो जाएगी।’-

गैस बुक कराते समय आवाज आई फिर चली गई। कुछ देर बाद एक नंबर दबाने के लिए कहा और एक दबाते ही सब्सिडी चली गई। एजेंसी गए तो वहां बताया कि अब कुछ नहीं होगा। 

एक नंबर का विकल्प दबाते ही सब्सिडी भी चली गई। हमारे साथ-साथ ऐसा करने वाले कई लोगों की सब्सिडी चली गई है।

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