एक तरफ पीएम मोदी बेटियों को बचाने की बात करते हैं, वहीं, उनकी पार्टी के नेता कोख में बच्चों का कत्ल कर रहे हैं। देखिए, ऐसे नेता जी को?
हरियाणा के पंचकूला में रायपुरानी कस्बे में एक भाजपा नेता को भाजपा नेता को गर्भपात का धंधा कराने के आरोप में गिरफ्तार किया। आरोपी नेता का नाम मनोज शर्मा बताया जा रहा है और वे भाजपा मंडल के उपाध्यक्ष हैं। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गांव गढ़ी कोटाहा में मनोज के क्लिनिक पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान पुलिस को प्रेग्नेंसी जांचने की किट, सीरिंज और भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवाएं भी मिलीं।
पुलिस के साथ पहुंचीं जिला उप-सिविल सर्जन सरोज अग्रवाल व जिला ड्रग कंट्रोल अधिकारी सारिका मलिक ने बताया कि मनोज के खिलाफ शिकायत मिली थी। पुलिस ने जाल बिछाते हुए डमी मरीज को भेजा और गर्भपात का सौदा तय हुआ। मौका मिलते ही पूरी तैयारी के साथ छापा मारकर आरोपी मरीज को दबोच लिया गया। पूछताछ में मनोज ने बताया कि वह क्लिनिक के अलावा घर पर जाकर भी गर्भपात का कुकृत्य करता था।
छापा मारने आए अफसरों ने बताया कि आरोपी के क्लीनिक व घर में इतनी गंदगी थी कि वहां खड़ा होना भी मुश्किल था। लगभग तीन घंटे तक चली जांच में आरोपी मौके पर कोई डिग्री नहीं दिखा सका। आरोपी मनोज ने मौके पर बिहार से प्राप्त एक रजिस्ट्रेशन की कॉपी दिखाई, लेकिन जांच में सामने आया कि इस रजिस्ट्रेशन के मुताबिक उसने महज बारह वर्ष की उम्र में ही डॉक्टरी की पढ़ाई कर ली थी।
अधिकारियों का कहना है कि मनोज के क्लिनिक का रजिस्ट्रेशन फर्जी है और पुलिस यह रजिस्ट्रेशन करने वाले की तलाश करेगी, ताकि उस पर भी कार्रवाई की जा सके। अफसरों ने यह भी बताया कि जांच के दौरान आरोपी मनोज बार-बार यही दोहराता रहा कि वह अब यह काम नहीं करता है। वह भाजपा में सेवा करता है व उसके पास मिली कोई दवा गलत नहीं है।
हरियाणा के पंचकूला में रायपुरानी कस्बे में एक भाजपा नेता को भाजपा नेता को गर्भपात का धंधा कराने के आरोप में गिरफ्तार किया। आरोपी नेता का नाम मनोज शर्मा बताया जा रहा है और वे भाजपा मंडल के उपाध्यक्ष हैं। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गांव गढ़ी कोटाहा में मनोज के क्लिनिक पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान पुलिस को प्रेग्नेंसी जांचने की किट, सीरिंज और भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवाएं भी मिलीं।
पुलिस के साथ पहुंचीं जिला उप-सिविल सर्जन सरोज अग्रवाल व जिला ड्रग कंट्रोल अधिकारी सारिका मलिक ने बताया कि मनोज के खिलाफ शिकायत मिली थी। पुलिस ने जाल बिछाते हुए डमी मरीज को भेजा और गर्भपात का सौदा तय हुआ। मौका मिलते ही पूरी तैयारी के साथ छापा मारकर आरोपी मरीज को दबोच लिया गया। पूछताछ में मनोज ने बताया कि वह क्लिनिक के अलावा घर पर जाकर भी गर्भपात का कुकृत्य करता था।
छापा मारने आए अफसरों ने बताया कि आरोपी के क्लीनिक व घर में इतनी गंदगी थी कि वहां खड़ा होना भी मुश्किल था। लगभग तीन घंटे तक चली जांच में आरोपी मौके पर कोई डिग्री नहीं दिखा सका। आरोपी मनोज ने मौके पर बिहार से प्राप्त एक रजिस्ट्रेशन की कॉपी दिखाई, लेकिन जांच में सामने आया कि इस रजिस्ट्रेशन के मुताबिक उसने महज बारह वर्ष की उम्र में ही डॉक्टरी की पढ़ाई कर ली थी।
अधिकारियों का कहना है कि मनोज के क्लिनिक का रजिस्ट्रेशन फर्जी है और पुलिस यह रजिस्ट्रेशन करने वाले की तलाश करेगी, ताकि उस पर भी कार्रवाई की जा सके। अफसरों ने यह भी बताया कि जांच के दौरान आरोपी मनोज बार-बार यही दोहराता रहा कि वह अब यह काम नहीं करता है। वह भाजपा में सेवा करता है व उसके पास मिली कोई दवा गलत नहीं है।