राजधानी में महिलाएं व बच्चे सुरक्षित नहीं हैं। सरोजनी नगर में ढाई साल की मासूम बच्ची के साथ हैवानियत का मामला सामने आया है। पड़ोस में रहने वाले युवक सोनू उर्फ बंदर (22) ने उसे घर के पास से अगवा कर दुष्कर्म किया।
रात के समय खून से लथपथ बच्ची घर पहुंची। परिजन फौरन उसे सफदरजंग अस्पताल ले गए। रात के समय ही बच्ची का इमरजेंसी ऑपरेशन किया गया। फिलहाल मासूम की हालत बेहद नाजुक बनी है। वह आईसीयू में भर्ती है।
मौके पर पहुंची पुलिस ने दुष्कर्म और पोक्सो के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस की आशंका कि वारदात में किसी जानकार का हाथ है सच साबित हुई और पुलिस ने सोनू को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के मुताबिक सरोजनी नगर के पिलंजी गांव में शिखा (बदला नाम) परिवार के साथ में रहती है। पिता चाऊमीन और मां सूप की दुकान चलाती हैं। शनिवार रात को खेलते हुए घर के पास से बच्ची अचानक गायब हो गई।
रात करीब 10 बजे वह खून से लथपथ रोते हुए घर पहुंची। परिजन उसे फौरन अस्पताल ले गए। जहां उनको पता चला कि बच्ची के साथ हैवानियत की गई थी। बच्ची के प्राइवेट पार्ट बुरी तरह जख्मी थे। उसे वेंटीलेटर पर रखा गया।
इसके बाद आनन-फानन में पुलिस ने 15 जांच टीमों का गठन किया और कार्रवाई में जुट गई। छानबीन के बाद पता चला कि पीड़िता का पड़ोसी सोनू उर्फ बंदर ने वारदात की है। इसके बाद पुलिस ने रविवार रात 7:45 बजे उसे सरोजनी नगर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया।
इस खबर के बाद से इलाके में खासा रोष है। लोगों में घटना को लेकर गुस्सा भी है। लोगों का कहना था कि यह काम किसी सनकी का हो सकता है। इधर अस्पताल में मासूम के परिजनों की काउंसलिंग के लिए काउंसलर मौजूद रहे।
जानकारी मिलते ही दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह सफदरजंग अस्पताल पहुंचीं। उन्होंने डॉक्टरों से बच्ची की तबीयत पूछी। इसके अलावा परिजनों से भी बातचीत की।
बरखा ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा का विषय बेहद संवेदनशील है। परिजनों को भी सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने पुलिस से आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए कहा।
रात के समय खून से लथपथ बच्ची घर पहुंची। परिजन फौरन उसे सफदरजंग अस्पताल ले गए। रात के समय ही बच्ची का इमरजेंसी ऑपरेशन किया गया। फिलहाल मासूम की हालत बेहद नाजुक बनी है। वह आईसीयू में भर्ती है।
मौके पर पहुंची पुलिस ने दुष्कर्म और पोक्सो के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस की आशंका कि वारदात में किसी जानकार का हाथ है सच साबित हुई और पुलिस ने सोनू को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के मुताबिक सरोजनी नगर के पिलंजी गांव में शिखा (बदला नाम) परिवार के साथ में रहती है। पिता चाऊमीन और मां सूप की दुकान चलाती हैं। शनिवार रात को खेलते हुए घर के पास से बच्ची अचानक गायब हो गई।
रात करीब 10 बजे वह खून से लथपथ रोते हुए घर पहुंची। परिजन उसे फौरन अस्पताल ले गए। जहां उनको पता चला कि बच्ची के साथ हैवानियत की गई थी। बच्ची के प्राइवेट पार्ट बुरी तरह जख्मी थे। उसे वेंटीलेटर पर रखा गया।
इसके बाद आनन-फानन में पुलिस ने 15 जांच टीमों का गठन किया और कार्रवाई में जुट गई। छानबीन के बाद पता चला कि पीड़िता का पड़ोसी सोनू उर्फ बंदर ने वारदात की है। इसके बाद पुलिस ने रविवार रात 7:45 बजे उसे सरोजनी नगर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया।
इस खबर के बाद से इलाके में खासा रोष है। लोगों में घटना को लेकर गुस्सा भी है। लोगों का कहना था कि यह काम किसी सनकी का हो सकता है। इधर अस्पताल में मासूम के परिजनों की काउंसलिंग के लिए काउंसलर मौजूद रहे।
जानकारी मिलते ही दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह सफदरजंग अस्पताल पहुंचीं। उन्होंने डॉक्टरों से बच्ची की तबीयत पूछी। इसके अलावा परिजनों से भी बातचीत की।
बरखा ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा का विषय बेहद संवेदनशील है। परिजनों को भी सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने पुलिस से आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए कहा।