पिंक सिटी के बाद दुनिया की पहली व्हाइट सिटी भी तैयार हो गई है। इसे बनाने में 5 करोड़ खर्च किए गए। देखिए खूबसूरत तस्वीरें।
दरअसल पंजाब में श्री आनंदपुर साहिब के 350वें स्थापना दिवस पर पूरा शहर दूधिया रंग में रंग गया है। इस शहर के सभी घर, दुकानें, पुराने डेरे और सरकारी कार्यालय तक सफेद नजर आने लगे हैं। इससे शहर कुछ अलग और नई तरह का लगने लगा है।
इस ऐतिहासिक शहर को सिखों के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर ने बसाया था। 19 जून को श्री आनंदपुर साहिब की स्थापना के 350 साल पूरे हो जाएंगे। तीन-दिवसीय 17 से 19 जून तक इस शहर के 350वें स्थापना दिवस को पंजाब सरकार भव्य स्तर पर मनाने जा रही है।
यह शहर सन् 1699 से ही प्रसिद्ध है। इसी वर्ष सिखों के 10वें गुरु गोविंद सिंह ने बैसाखी वाले दिन खालसा पंथ की स्थापना की। और 5 सिख युवकों को दीक्षा देर उन्हें ‘पंज प्यारे’ घोषित किया था। विशेष आयोजन के पूरे शहर को 5 करोड़ रुपये ख्ार्च कर सफेद रंगों में रंगा गया है। सरकारी खर्च पर 350 मजदूरों ने शहर को दूधिया रंग में रंग दिया है।
350वें स्थापना समारोह को मनाने के लिए एसजीपीसी ग्राउंड में 16 एकड़ में अलग तरह का पंडाल सजाया जा रहा है। 17 जून को धार्मिक प्रोग्राम में गुरुद्वारा भोरा साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब शुरू होंगे, जिनके भोग 19 जून को डाले जाएंगे। इसके बाद पंडाल में समागम होंगे। गुरुद्वारा भोरा साहिब में बाबा अवतार सिंह की तरफ से मार्बल पत्थर लगवाया जा रहा है और मीनाकारी करवाई जा रही है।
दरअसल पंजाब में श्री आनंदपुर साहिब के 350वें स्थापना दिवस पर पूरा शहर दूधिया रंग में रंग गया है। इस शहर के सभी घर, दुकानें, पुराने डेरे और सरकारी कार्यालय तक सफेद नजर आने लगे हैं। इससे शहर कुछ अलग और नई तरह का लगने लगा है।
इस ऐतिहासिक शहर को सिखों के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर ने बसाया था। 19 जून को श्री आनंदपुर साहिब की स्थापना के 350 साल पूरे हो जाएंगे। तीन-दिवसीय 17 से 19 जून तक इस शहर के 350वें स्थापना दिवस को पंजाब सरकार भव्य स्तर पर मनाने जा रही है।
यह शहर सन् 1699 से ही प्रसिद्ध है। इसी वर्ष सिखों के 10वें गुरु गोविंद सिंह ने बैसाखी वाले दिन खालसा पंथ की स्थापना की। और 5 सिख युवकों को दीक्षा देर उन्हें ‘पंज प्यारे’ घोषित किया था। विशेष आयोजन के पूरे शहर को 5 करोड़ रुपये ख्ार्च कर सफेद रंगों में रंगा गया है। सरकारी खर्च पर 350 मजदूरों ने शहर को दूधिया रंग में रंग दिया है।
350वें स्थापना समारोह को मनाने के लिए एसजीपीसी ग्राउंड में 16 एकड़ में अलग तरह का पंडाल सजाया जा रहा है। 17 जून को धार्मिक प्रोग्राम में गुरुद्वारा भोरा साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब शुरू होंगे, जिनके भोग 19 जून को डाले जाएंगे। इसके बाद पंडाल में समागम होंगे। गुरुद्वारा भोरा साहिब में बाबा अवतार सिंह की तरफ से मार्बल पत्थर लगवाया जा रहा है और मीनाकारी करवाई जा रही है।