पंजाब मेल में सफर कर रहे एक व्यक्ति को जब अपनी मां से संपर्क नहीं हुआ तो उसने रेलमंत्री सुरेश प्रभु को ट्वीट कर मदद मांगी।
दिल्ली कंट्रोल से सूचना मिलने पर आरपीएफ ने ट्रेन को अटेंड किया लेकिन ट्वीट करने वाला उस नाम का यात्री नहीं मिला। आरपीएफ ने इसकी जानकारी कंट्रोल को दी। ट्रेन जाने के बाद आरपीएफ ने राहत की सांस ली।
सुबह करीब 5 बजे अंकुश वर्मा नामक एक यात्री ने रेल मंत्री को ट्वीट किया कि मुंबई जा रही पंजाब मेल में उनकी मां किरन बाला बी-3 कोच के 47 नंबर सीट पर सफर कर रही हैं।
लेकिन उनसे काफी समय से संपर्क नहीं हुआ है। ट्वीट करने के बाद रेलवे बोर्ड में पंजाब मेल की लोकेशन तलाशनी शुरू कर दी। पता चला कि ट्रेन नई दिल्ली से फरीदाबाद के लिए रवाना हो गई है।
इसके बाद फरीदाबाद आरपीएफ को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलने पर आरपीएफ में खलबली मच गई। ट्रेन जैसे ही स्टेशन पर पहुंची, आरपीएफ एएसआई श्रीमन लाल मीणा मौके पर पहुंचे और बताई गई जगह पर पहुंचकर यात्री की जांच पड़ताल की लेकिन जिस बर्थ का पता दिया गया था वहां किसी और का रिजर्वेशन था।
साथ ही जो मोबाइल नंबर दिया गया वह बंद जा रहा था। इस बारे दिल्ली कंट्रोल को� जानकारी दी गई। इसके बार ट्रेन को आगे रवाना किया गया।
इसके बाद फरीदाबाद आरपीएफ को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलने पर आरपीएफ में खलबली मच गई। ट्रेन जैसे ही स्टेशन पर पहुंची, आरपीएफ एएसआई श्रीमन लाल मीणा मौके पर पहुंचे और बताई गई जगह पर पहुंचकर यात्री की जांच पड़ताल की लेकिन जिस बर्थ का पता दिया गया था वहां किसी और का रिजर्वेशन था।
साथ ही जो मोबाइल नंबर दिया गया वह बंद जा रहा था। इस बारे दिल्ली कंट्रोल को� जानकारी दी गई। इसके बार ट्रेन को आगे रवाना किया गया।