स्वाइन फ्लू संदिग्ध रोगियों को परामर्श, नमूना लेने और पॉजिटिव रोगियों को टैमीफ्लू देने वाले जिला अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ स्वाइन फ्लू से बचाव की वैक्सीन की मांग कर रहे हैं।
प्राधिकरण ने अस्पताल प्रशासन से जब प्रदेश में सरकारी रेट कांट्रेक्ट के अनुसार वैक्सीन के दाम की जानकारी मांगी तो पता लगा कि सूची में स्वाइन फ्लू वैक्सीन शामिल ही नहीं है। एम्स में जिस दाम पर वैक्सीन खरीदी जाती है, अब उसकी जानकारी प्राधिकरण को दी गई है।
नोएडा के अस्पतालों में दिल्ली और गाजियाबाद के स्वाइन फ्लू रोगी भर्ती हो चुके हैं। वहीं रविवार की रात में जेपी अस्पताल से स्वाइन फ्लू की पॉजिटिव रिपोर्ट लेकर सेक्टर 93ए निवासी 42 साल का एक व्यक्ति जिला अस्पताल की इमरजेंसी से टैमी फ्लू ले चुका है।
तमाम निजी अस्पतालों के डॉक्टर वैक्सीन वैक्सीग्रिप आदि से खुद को स्वाइन फ्लू के वायरस एच1एन1 से खुद को सुरक्षित कर चुके हैं लेकिन सरकारी अस्पताल के डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को वैक्सीन नहीं लगी है।
प्राधिकरण ने अस्पताल प्रशासन से जब प्रदेश में सरकारी रेट कांट्रेक्ट के अनुसार वैक्सीन के दाम की जानकारी मांगी तो पता लगा कि सूची में स्वाइन फ्लू वैक्सीन शामिल ही नहीं है। एम्स में जिस दाम पर वैक्सीन खरीदी जाती है, अब उसकी जानकारी प्राधिकरण को दी गई है।
नोएडा के अस्पतालों में दिल्ली और गाजियाबाद के स्वाइन फ्लू रोगी भर्ती हो चुके हैं। वहीं रविवार की रात में जेपी अस्पताल से स्वाइन फ्लू की पॉजिटिव रिपोर्ट लेकर सेक्टर 93ए निवासी 42 साल का एक व्यक्ति जिला अस्पताल की इमरजेंसी से टैमी फ्लू ले चुका है।
तमाम निजी अस्पतालों के डॉक्टर वैक्सीन वैक्सीग्रिप आदि से खुद को स्वाइन फ्लू के वायरस एच1एन1 से खुद को सुरक्षित कर चुके हैं लेकिन सरकारी अस्पताल के डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को वैक्सीन नहीं लगी है।