उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर में लाडली की दुष्कर्म के बाद हत्या का मामला अभी शांत ही हुआ है कि रविवार को दरिंदों ने एक और लाडली को अपनी हवस का शिकार बना लिया।
कालाढूंगी रोड पर शनिवार सुबह स्कूल जा रही कक्षा चार की छात्रा को बाइक सवार मामा-भांजे सहित तीन दरिंदों ने अगवा कर ट्रक में उसके हाथ-पैर बांध दिए।
इसके बाद दो आरोपियों ने बच्ची के साथ गैंगरेप किया और एक ट्रक के बाहर आने-जाने वालों पर नजर रख रहा था। दुराचार के बाद आरोपी फरार हो गए। बच्ची की चीख सुनकर परिजनों ने उसे बंधन मुक्त किया। पुलिस ने मामा-भांजे को हिरासत में ले लिया, जबकि तीसरा आरोपी फरार है।
मूलरूप से बिहार की रहने वाली यह छात्रा कालाढूंगी रोड में अपने माता-पिता के साथ रहती है। शनिवार सुबह करीब आठ बजे छात्रा पैदल स्कूल जा रही थी कि उसे बाइक सवार नीरज बिष्ट, कुसुमखेड़ा रोड निवासी ओम राज और सचिन ने अगवा कर लिया।
छात्रा को घुमाने के बाद वे कालाढूंगी रोड पर ही ले आए। बताया जाता है कि वे छात्रा को खड़े ट्रक में ले गए और उसके हाथ पैर-बांध दिए। छात्रा का आरोप है कि ओमराज और सचिन ने उसके साथ दुराचार किया, जबकि नीरज बाहर से आने-जाने वालों पर नजर रखे था।
गैंगरेप के बाद तीनों भाग गए। जाते समय वे किसी को कुछ भी बताने पर छात्रा को जान से मारने की धमकी दे गए। इधर, दोपहर तक बेटी के घर नहीं लौटने पर माता-पिता परेशान हो गए। उन्होंने बेटी की तलाश की तो उन्हें वह ट्रक में बदहवाश मिली।
उन्होंने बेटी को बंधनमुक्त किया। बेटी से आपबीती सुनने के बाद पिता ने मुखानी थानाध्यक्ष संजय पांडेय को घटना की सूचना दी। पुलिस ने मौका मुआयना कर छात्रा का मेडिकल करवाया।
पुलिस ने धारा 376(जी) 5/6 पॉस्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर कुसुमखेड़ा रोड पर रहने वाले मामा सचिन और भांजे ओमराज को हिरासत में ले लिया है जबकि तीसरा आरोपी मूलरूप से लालकुआं निवासी नीरज बिष्ट घटना के बाद से परिवार सहित फरार है।
कालाढूंगी रोड पर शनिवार सुबह स्कूल जा रही कक्षा चार की छात्रा को बाइक सवार मामा-भांजे सहित तीन दरिंदों ने अगवा कर ट्रक में उसके हाथ-पैर बांध दिए।
इसके बाद दो आरोपियों ने बच्ची के साथ गैंगरेप किया और एक ट्रक के बाहर आने-जाने वालों पर नजर रख रहा था। दुराचार के बाद आरोपी फरार हो गए। बच्ची की चीख सुनकर परिजनों ने उसे बंधन मुक्त किया। पुलिस ने मामा-भांजे को हिरासत में ले लिया, जबकि तीसरा आरोपी फरार है।
मूलरूप से बिहार की रहने वाली यह छात्रा कालाढूंगी रोड में अपने माता-पिता के साथ रहती है। शनिवार सुबह करीब आठ बजे छात्रा पैदल स्कूल जा रही थी कि उसे बाइक सवार नीरज बिष्ट, कुसुमखेड़ा रोड निवासी ओम राज और सचिन ने अगवा कर लिया।
छात्रा को घुमाने के बाद वे कालाढूंगी रोड पर ही ले आए। बताया जाता है कि वे छात्रा को खड़े ट्रक में ले गए और उसके हाथ पैर-बांध दिए। छात्रा का आरोप है कि ओमराज और सचिन ने उसके साथ दुराचार किया, जबकि नीरज बाहर से आने-जाने वालों पर नजर रखे था।
गैंगरेप के बाद तीनों भाग गए। जाते समय वे किसी को कुछ भी बताने पर छात्रा को जान से मारने की धमकी दे गए। इधर, दोपहर तक बेटी के घर नहीं लौटने पर माता-पिता परेशान हो गए। उन्होंने बेटी की तलाश की तो उन्हें वह ट्रक में बदहवाश मिली।
उन्होंने बेटी को बंधनमुक्त किया। बेटी से आपबीती सुनने के बाद पिता ने मुखानी थानाध्यक्ष संजय पांडेय को घटना की सूचना दी। पुलिस ने मौका मुआयना कर छात्रा का मेडिकल करवाया।
पुलिस ने धारा 376(जी) 5/6 पॉस्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर कुसुमखेड़ा रोड पर रहने वाले मामा सचिन और भांजे ओमराज को हिरासत में ले लिया है जबकि तीसरा आरोपी मूलरूप से लालकुआं निवासी नीरज बिष्ट घटना के बाद से परिवार सहित फरार है।