दिल्ली विश्वविद्यालय में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के तहत शुरू हुआ नया शैक्षणिक सत्र का पहला दिन कई छात्रों के लिए काफी यादगार रहा। दरअसल, कुछ कॉलेजों में शिक्षकों के बजाय खुद कुलपति ने पहुंचकर छात्रों की क्लास ली। (सभी फोटोः अमर उजाला, नई दिल्ली)
पहले दिन छात्रों से दोस्ती करने पहुंचे कुलपति प्रो. दिनेश सिंह को अपने बीच पाकर छात्र भी काफी उत्साहित नजर आए।
डीयू में पहले दिन कुलप
ति प्रो. दिनेश सिंह अपनी टीम के साथ छात्रों से सीधे रू-ब-रू होने के लिए नॉर्थ कैंपस स्थित आईपी कॉलेज और साउथ कैंपस के रामलाल आनंद, आर्यभट्ट व एआरएसडी कॉलेज के दौरे पर निकले। छात्रों के बीच जाकर उनसे पूछा, आप किस कोर्स में हैं? यह कोर्स क्यों चुना? जीवन में क्या करना चाहते हैं? कॉलेज में पहला दिन कैसा रहा, कोई दिक्कत तो नहीं है?
कुलपति प्रो. सिंह अपनी टीम डायरेक्टर साउथ कैंपस प्रो. उमेश राय, डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो जे.एम खुराना और ज्वाइंट डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. मलय नीरव के साथ अपने कार्यालय से कॉलेजों के दौरे पर निकले।
कुलपति सुबह 9:45 बजे सबसे पहले नॉर्थ कैंपस स्थित आईपी कॉलेज पहुंचे। उस समय ऑडिटोरियम में ओरिएंटेशन कार्यक्रम में नए छात्रों का स्वागत हो रहा था। वहां उन्होंने छात्राओं को तीन साल की पढ़ाई के लिए ऑल द बेस्ट कहा। आईपी कॉलेज को पुराना व मशहूर कॉलेज बताते हुए इसमें पढ़ने का लाभ उठाने की सलाह दी। इस बीच वह कुछ कक्षाओं में भी गए। उन्होंने कॉलेज की एक लैब में संसाधनों की कमी को देखते हुए लैब के लिए आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया।
पहले दिन छात्रों से दोस्ती करने पहुंचे कुलपति प्रो. दिनेश सिंह को अपने बीच पाकर छात्र भी काफी उत्साहित नजर आए।
डीयू में पहले दिन कुलप
ति प्रो. दिनेश सिंह अपनी टीम के साथ छात्रों से सीधे रू-ब-रू होने के लिए नॉर्थ कैंपस स्थित आईपी कॉलेज और साउथ कैंपस के रामलाल आनंद, आर्यभट्ट व एआरएसडी कॉलेज के दौरे पर निकले। छात्रों के बीच जाकर उनसे पूछा, आप किस कोर्स में हैं? यह कोर्स क्यों चुना? जीवन में क्या करना चाहते हैं? कॉलेज में पहला दिन कैसा रहा, कोई दिक्कत तो नहीं है?
कुलपति प्रो. सिंह अपनी टीम डायरेक्टर साउथ कैंपस प्रो. उमेश राय, डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो जे.एम खुराना और ज्वाइंट डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. मलय नीरव के साथ अपने कार्यालय से कॉलेजों के दौरे पर निकले।
कुलपति सुबह 9:45 बजे सबसे पहले नॉर्थ कैंपस स्थित आईपी कॉलेज पहुंचे। उस समय ऑडिटोरियम में ओरिएंटेशन कार्यक्रम में नए छात्रों का स्वागत हो रहा था। वहां उन्होंने छात्राओं को तीन साल की पढ़ाई के लिए ऑल द बेस्ट कहा। आईपी कॉलेज को पुराना व मशहूर कॉलेज बताते हुए इसमें पढ़ने का लाभ उठाने की सलाह दी। इस बीच वह कुछ कक्षाओं में भी गए। उन्होंने कॉलेज की एक लैब में संसाधनों की कमी को देखते हुए लैब के लिए आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया।