इंकलाब फाउंडेशन ने अपने समाजसेवी कार्यों को निरंतर जारी रखते हुए अब रक्तदान करने के लिए एक वेबसाइट शुरू की है। इस वेबसाइट पर एक क्लिक करते ही जरूरतमंद लोगों को रक्तदान मुहैया करवाया जाएगा। यह सहूलत अकेले संगरूर के लोगों को ही नहीं बल्कि पंजाब के सभी जिलों के लिए होगी।
वेबसाइट पर संस्था के सदस्यों के नाम और उनके संपर्क नंबर दिए गए हैं। इंकलाब फाउंडेशन के अध्यक्ष रूपिंदर धीमान किक्की ने बताया कि उनके मन में पिछले काफी समय से यह इच्छा थी कि अन्य समाज सेवी कार्यों के साथ-साथ कुछ ऐसा भी किया जाए जिससे लोगों को आपातकालीन स्थिति में राहत मिल सके। उन्होंने एक ऐसी वेबसाइट शुरू करने का मन बनाया जिससे जरूरत पड़ने पर लोगों को बिना किसी परेशानी के रक्त आसानी से मिल सके।
हालांकि शुरुआती दौर में उनके सदस्यों की संख्या कम थी लेकिन अब जैसे-जैसे लोगों को इसके बारे में पता चलता गया तो रक्तदानियों की संख्या बढ़कर सैकड़ों तक पहुंच गई। इस वेबसाइट को खोलने पर रक्तदानियों के नाम और उनके संपर्क नंबर सामने आ जाते हैं और जरूरतमंद लोग किसी भी सदस्य के साथ संपर्क कर सकते हैं।
अकसर देखने में आया है कि कई बार जरूरत पड़ने पर जरूरतमंद लोगों को रक्त लेने के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है। अब तक उनकी फाउंडेशन के सदस्यों ने बडे़ पैमाने पर जरूरतमंद लोगों को रक्तदान किया है।
सिविल अस्पताल के डा. इंदरजीत सिंगला ने बताया कि रक्तदान करने से जहां किसी की कीमती जान को बचाया जा सकता है, वहीं रक्तदान करने वाला व्यक्ति कई तरह की होने वाली गंभीर बीमारियों से बच सकता है।
अठारह से साठ वर्ष का व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। नियमित अंतराल पर रक्तदान करने से शरीर में आयरन की मात्रा संतुलित रहती है और रक्तदाता को ह्रदय रोग तथा शरीर के विभिन्न अंगों में कैंसर की बीमारी से बचाता है।
यह लोगों का भ्रम है कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी हो जाती है लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता, बल्कि कुछ ही दिनों में शरीर का रक्त पूरा हो जाता है।
वेबसाइट पर संस्था के सदस्यों के नाम और उनके संपर्क नंबर दिए गए हैं। इंकलाब फाउंडेशन के अध्यक्ष रूपिंदर धीमान किक्की ने बताया कि उनके मन में पिछले काफी समय से यह इच्छा थी कि अन्य समाज सेवी कार्यों के साथ-साथ कुछ ऐसा भी किया जाए जिससे लोगों को आपातकालीन स्थिति में राहत मिल सके। उन्होंने एक ऐसी वेबसाइट शुरू करने का मन बनाया जिससे जरूरत पड़ने पर लोगों को बिना किसी परेशानी के रक्त आसानी से मिल सके।
हालांकि शुरुआती दौर में उनके सदस्यों की संख्या कम थी लेकिन अब जैसे-जैसे लोगों को इसके बारे में पता चलता गया तो रक्तदानियों की संख्या बढ़कर सैकड़ों तक पहुंच गई। इस वेबसाइट को खोलने पर रक्तदानियों के नाम और उनके संपर्क नंबर सामने आ जाते हैं और जरूरतमंद लोग किसी भी सदस्य के साथ संपर्क कर सकते हैं।
अकसर देखने में आया है कि कई बार जरूरत पड़ने पर जरूरतमंद लोगों को रक्त लेने के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है। अब तक उनकी फाउंडेशन के सदस्यों ने बडे़ पैमाने पर जरूरतमंद लोगों को रक्तदान किया है।
सिविल अस्पताल के डा. इंदरजीत सिंगला ने बताया कि रक्तदान करने से जहां किसी की कीमती जान को बचाया जा सकता है, वहीं रक्तदान करने वाला व्यक्ति कई तरह की होने वाली गंभीर बीमारियों से बच सकता है।
अठारह से साठ वर्ष का व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। नियमित अंतराल पर रक्तदान करने से शरीर में आयरन की मात्रा संतुलित रहती है और रक्तदाता को ह्रदय रोग तथा शरीर के विभिन्न अंगों में कैंसर की बीमारी से बचाता है।
यह लोगों का भ्रम है कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी हो जाती है लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता, बल्कि कुछ ही दिनों में शरीर का रक्त पूरा हो जाता है।