शनिवार को बादलपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव विश्नूली में भाई की गोद भराई के कार्यक्रम में ले जाने से मना करने से नाराज युवती ने पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने युवती का अंतिम संस्कार कर दिया है।
पुलिस ने बताया कि बादलपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव विश्नूली में शौकत का परिवार रहता है। दो दिन पहले शौकत के बेटे की शादी के लिए गोद भराई का प्रोग्राम था।
शौकत की बेटी अमीना अपने भाई की गोद भराई की रस्म में शामिल होने के लिए एक माह से तैयारियां कर रही थी।
कार्यक्रम के दिन उसके भाई ने उसे ले जाने से मना कर दिया, जिससे अमीना के अरमान धरे रह गए और वह नाराज हो गई। शनिवार को घर के कमरे को बंद कर छत के पंखे से लटककर उसने आत्महत्या कर ली।
काफी देर तक जब अमीना परिवार के लोगों को दिखाई नहीं दी तो उसे तलाश किया गया। कुछ देर बाद कमरा खोला तो वह पंखे पर लटकी हुई थी।
उसकी मौत से घर में मातम छा गया। रोने की आवाज सुनकर आसपास से ग्रामीण एकत्र हो गए । परिजनों ने पुलिस को सूचना देकर कोई कार्रवाई नहीं करने की गुहार लगाते हुए पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया।
इसके बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बादलपुर कोतवाली प्रभारी मनोज यादव का कहना है कि घटना की सूचना परिजनों ने पुलिस को दी थी लेकिन परिवार कोई भी कार्रवाई नहीं चाहता था। कोई तहरीर नहीं दी गई है।
पुलिस ने बताया कि बादलपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव विश्नूली में शौकत का परिवार रहता है। दो दिन पहले शौकत के बेटे की शादी के लिए गोद भराई का प्रोग्राम था।
शौकत की बेटी अमीना अपने भाई की गोद भराई की रस्म में शामिल होने के लिए एक माह से तैयारियां कर रही थी।
कार्यक्रम के दिन उसके भाई ने उसे ले जाने से मना कर दिया, जिससे अमीना के अरमान धरे रह गए और वह नाराज हो गई। शनिवार को घर के कमरे को बंद कर छत के पंखे से लटककर उसने आत्महत्या कर ली।
काफी देर तक जब अमीना परिवार के लोगों को दिखाई नहीं दी तो उसे तलाश किया गया। कुछ देर बाद कमरा खोला तो वह पंखे पर लटकी हुई थी।
उसकी मौत से घर में मातम छा गया। रोने की आवाज सुनकर आसपास से ग्रामीण एकत्र हो गए । परिजनों ने पुलिस को सूचना देकर कोई कार्रवाई नहीं करने की गुहार लगाते हुए पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया।
इसके बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बादलपुर कोतवाली प्रभारी मनोज यादव का कहना है कि घटना की सूचना परिजनों ने पुलिस को दी थी लेकिन परिवार कोई भी कार्रवाई नहीं चाहता था। कोई तहरीर नहीं दी गई है।