डरा-धमकाकर एफिडेविट पर हस्ताक्षर कराने पर दुष्कर्म पीड़िता ने जहरीला पदार्थ खा लिया। मामला हरियाणा के भिवानी का है। सोमवार को उसे सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर है।
महिला का आरोप है कि युवक ने डराकर केस में कार्रवाई नहीं करने के स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करा लिए। उसने साथ ही पुलिस पर भी कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है।
खरक पुलिस चौकी के अंतर्गत रोहतक रोड स्थित एक गांव में शाम पांच बजे यह घटना हुई। महिला को उपचार के लिए सामान्य अस्पताल लाया गया। महिला ने बताया कि गांव के एक युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया था।
सात-आठ महीने पहले शिकायत की, मगर उस समय ग्रामीणों के दबाव में समझौता हो गया था। उसके बाद युवक फिर उसके घर आया और दुष्कर्म किया।
उसने 10 जून को इसकी शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। 15 जून को पुलिस ने मामला दर्ज किया, लेकिन आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया
महिला ने बताया कि सुबह उसके पास अधिवक्ता का फोन आया कि डीसी के समक्ष पेश होना है। महिला का आरोप है कि जब वह कोर्ट परिसर आई तो आरोपी युवक ने उसे धमकी देकर एफिडेविट पर हस्ताक्षर करवा लिए।
एफिडेविट में केस में किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होने की बात लिखी थी। दोपहर में तीन बजे महिला घर पहुंची और कार्रवाई नहीं होने के कारण जहरीला पदार्थ पी लिया।
उधर,� महिला ने बताया कि मुकदमे में कार्रवाई नहीं होने के कारण गांव में उसे बदनाम किया जा रहा है। आरोपी युवक व उसके घरवाले तंग कर रहे हैं।
गंगाराम पूनिया, एएसपी, इंचार्ज, सदर थाना ने बताया कि महिला ने एक युवक पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था, जिसका मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। अब महिला आरोप लगा रही है कि दबाव डालकर उससे केस में कार्रवाई नहीं करने के स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करवा लिए है। आरोपी युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
महिला का आरोप है कि युवक ने डराकर केस में कार्रवाई नहीं करने के स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करा लिए। उसने साथ ही पुलिस पर भी कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है।
खरक पुलिस चौकी के अंतर्गत रोहतक रोड स्थित एक गांव में शाम पांच बजे यह घटना हुई। महिला को उपचार के लिए सामान्य अस्पताल लाया गया। महिला ने बताया कि गांव के एक युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया था।
सात-आठ महीने पहले शिकायत की, मगर उस समय ग्रामीणों के दबाव में समझौता हो गया था। उसके बाद युवक फिर उसके घर आया और दुष्कर्म किया।
उसने 10 जून को इसकी शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। 15 जून को पुलिस ने मामला दर्ज किया, लेकिन आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया
महिला ने बताया कि सुबह उसके पास अधिवक्ता का फोन आया कि डीसी के समक्ष पेश होना है। महिला का आरोप है कि जब वह कोर्ट परिसर आई तो आरोपी युवक ने उसे धमकी देकर एफिडेविट पर हस्ताक्षर करवा लिए।
एफिडेविट में केस में किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होने की बात लिखी थी। दोपहर में तीन बजे महिला घर पहुंची और कार्रवाई नहीं होने के कारण जहरीला पदार्थ पी लिया।
उधर,� महिला ने बताया कि मुकदमे में कार्रवाई नहीं होने के कारण गांव में उसे बदनाम किया जा रहा है। आरोपी युवक व उसके घरवाले तंग कर रहे हैं।
गंगाराम पूनिया, एएसपी, इंचार्ज, सदर थाना ने बताया कि महिला ने एक युवक पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था, जिसका मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। अब महिला आरोप लगा रही है कि दबाव डालकर उससे केस में कार्रवाई नहीं करने के स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करवा लिए है। आरोपी युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।