देश में बैन झेल रही नेस्ले इंडिया ने ‘मैगी’नूडल्स को नष्ट करने के लिए अंबुजा सीमेंट्स को 20 करोड़ रुपए का भुगतान किया है।
गौरतलब है कि देश के खाद्य नियामक एफएसएसएआई ने मैगी को मानव उपयोग के लिए खतरनाक बताते हुए उसकी बिक्री पर रोक लगा रखी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अंबुजा सीमेंट्स को महाराष्ट्र के चंद्रपुर स्थित सीमेंट संयंत्र में मैगी के पैकेट जलाने के लिए इस राशि का भुगतान किया गया है। वहीं नेस्ले इंडिया के प्रवक्ता ने कहा ‘गुजरात अंबुजा सीमेंट्स हमें बाजार से वापस लिए गए मैगी नूडल को नष्ट करने में मदद कर रही है।’
प्रवक्ता ने कहा, अंबुजा सीमेंट्स के संयंत्र में मैगी जलाने की लागत की पुष्टि नहीं की. उन्होंने कहा ‘नष्ट किए जाने वाले भंडार के मूल्य के अलावा अतिरिक्त लागत पर भी विचार किया जाएगा, मसलन बाजार से मैगी इकट्ठा करना, नष्ट करने वाले केंद्र तक इसका परिवहन और नष्ट करने की लागत आदि शामिल है।’
साथ ही नेस्ले इंडिया ने कहा कि वित्तीय नतीजे की घोषणा के समय ऐसी लागत और अन्य अप्रत्याशित लागत को उचित लेखा परीक्षण मानकों के तहत शामिल किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि नेस्ले केंद्रीय खाद्य सुरक्षा नियामक एफएसएसएआई के बिक्री पर रोक लगाए जाने के बाद 320 करोड़ रुपए के इंस्टैंट नूडल्स को नष्ट करने की प्रक्रिया में है।
एफएसएसएआई ने पांच जून को मैगी पर प्रतिबंध लगाया था और बाजार ने मैगी की नौ किस्में तुरंत वापस लेने का निर्देश दिया था। इसके बाद नेस्ले इंडिया ने बाजार से उत्पाद वापस ले लिए और बंबई उच्च न्यायालय में प्रतिबंध के आदेश का चुनौती दी।
इस पर कोर्ट ने मैगी को देश से निर्यात करने की अनुमति केवल दी है।